सीधी :
नगरीय निकाय चुनाव हेतु पूर्व में किये गए कयास अब धता साबित होते दिख रहे हैं। निकाय चुनाव की घोषणा होते ही विभिन्न सोसल मिडिया में दावेदारी अलग अलग पार्टियों के नेताओं की शुरू हो गयी थी ,भाजपा में जहाँ गुरुदत्त शरण शुक्ल का नाम उभर कर आया था वही ,एकाध नाम और सामने आएथे कांग्रेस से भी कई नाम सामने आए थे ,लेकिन अभी भी पार्टियां टिकट किसे देंगी इस पर कोई भी सम्भावना अभी तक तो नहीं देखि जा रही है।
यद्यपि जिन नेताओं के नाम सामने आए थे, उनमे से भाजपा के गुरु दत्त शरण शुक्ल फ़िलहाल जनपद की तैयारी करते दिख रहे हैं, क्युकी उनके कार्यक्रम उनके पिता सीधी विधायक श्री केदार नाथ शुक्ल के साथ नगर पालिका के बाहर ही होते दिख रहे हैं।
इस बात से तो यही अंदाजा लगाया जा सकता है की गुरुदत्त शरण जनपद पंचायत की तैयारी कर रहे हैं ,अब वर्तमान जनपद अध्यक्ष भी भाजपा से ही हैं और विधायक जी के काफी नजदीकी भी तो क्या वो गुरुदत्तशरण के लिए अपना स्थान छोड़ेंगी ?
हो सकता है की दोनों में स्थान को लेकर अदला बदली की जाय,यह गणित किस ओर इंगित करता है यह तो जग जाहिर है ,यानि नगर पालिका ,जनपद पंचायत और विधान सभा, तीनो स्थान पर एकाधिकार।
इसका सकारात्मक परिणाम भाजपा को होगा या नकारात्मक, यह तो समय के गर्भ में है। यहाँ तो सबकी निगाहें आगामी विधान सभा पर लगी हुयी हैं।
पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष देवेंद्र सिंह मुन्नू भी विधान सभा के लिए तैयारी में जुटे हुए हैं ,उधर विश्वबंधु द्विवेदी भी संभवतः विधानसभा की ओर ही देख रहे हैं ।
चुनाव प्रभारी चुरहट विधायक का निर्णय ही मान्य होगा ऐसा माना जा रहा है। अब भाजपा में इस अंतरकलह का फायदा क्या कांग्रेस को होगा ? क्या कॉंग्रेस ऐसा कोई शशक्त उम्मीदवार उतार पायेगी ? सीधी जिला केंद्र की नगर पालिका का मुकाबला बड़ा ही दिलचस्प होने वाला है। अब देखना यह है की इस उहापोह का किसको क्या फायदा मिलता है?