नई दिल्ली: पूर्व भारतीय खुफिया अधिकारी विकास यादव पर अमेरिका ने संगीन आरोप लगाए हैं। अमेरिका ने विकास यादव के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है, साथ ही उनकी तस्वीर को शेयर करके उन्हें वांटेड की लिस्ट में रखा है। अमेरिका ने विकास यादव पर आरोप लगाया है कि उन्होंने सिख अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नून की अमेरिकी धरती पर हत्या की साजिश रची थी। यह पूरा मामला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा से ठीक पहले सामने आया है।
गौर करने वाली बात है कि विकास यादव जो कभी भारत के कैबिनेट सचिवालय का हिस्सा थे, जिसमें रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (R&AW) शामिल है लेकिन अब वो FBI के रडार पर हैं। उनके खिलाफ 10 अक्तूबर गिरफ्तारी का वारंट जारी किया गया है।
अमेरिका ने लगाए ये आरोप
अमेरिका ने विकास यादव पर मुख्य रूप से तीन आरोप लगाए हैं। पहले दो मामले आतंकी पन्नू की हत्या की साजिश रचने से जुड़े हैं, जबकि तीसरा मामला मनी लॉन्ड्रिंग का बताया जा रहा है। आरोप है कि विकास यादव ने पन्नू की हत्या के लिए एक कॉन्ट्रैक्ट किलर को हायर किया था और उसे 15000 यूएस डॉलर की रकम एडवांस में ट्रांसफर की गई थी।
पिछले वर्ष हत्या की साजिश का मामला
आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की पिछले वर्ष अमेरिका में साजिश का मामला सामने आया था। गौर करने वाली बात है कि विकास यादव के खिलाफ हत्या की साजिश का यह पहली कोशिश नहीं थी।
इस मामले में चेक गणराज्य में निखिल गुप्ता को गिरफ्तार किया गया था, जो कथित तौर पर विकास यादव के सहयोगी थे। बाद में अभियोजन के लिए अमेरिका में उन्हें प्रत्यर्पित किया गया।
जब विकास अधिकारी भारत की खुफिया एजेंसी के लिए काम कर रहे थे तो उन्हें सुरक्षा प्रबंधन और खुफिया जानकारी में विशेषज्ञता वाले “वरिष्ठ फील्ड अधिकारी” के रूप में पहचाना जाता था, जिन्होंने भारत में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल में भी काम किया था।
हिटमैन को किया हायर
आरोप है कि विकास यादव और निखिल गुप्ता की साजिश में 2023 की गर्मियों में पन्नू की हत्या के लिए एक हिटमैन को हायर किया गया था। इसके लिए 9 जून, 2023 को 15,000 डॉलर का अग्रिम भुगतान किया गया था।
हालांकि भारत सरकार ने इस हत्या की साजिश में किसी भी तरह की संलिप्तता से साफ इनकार किया है, साथ ही इसकी जांच में अमेरिका के साथ सहयोग की पेशकश की है। मामले की आगे की जांच के लिए भारत के भीतर एक जांच समिति का गठन किया गया है।