नई दिल्ली. इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (IPPB) ने ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों के लिए एक नई सुविधा की शुरुआत की है, जिसमें आधार कार्ड में बच्चों का पंजीकरण और मोबाइल नंबर अपडेट जैसी सेवाएं अब घर के दरवाजे पर ही उपलब्ध होंगी. इसके लिए IPPB ने चाइल्ड एनरोलमेंट लाइट क्लाइंट (CELC) की सेवा शुरू की है, जो यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) द्वारा विकसित एक एंड्रॉइड आधारित एप्लिकेशन है.
इस सुविधा के तहत पहले जहां लोगों को अपने मोबाइल नंबर को आधार से लिंक कराने या अपडेट करने के लिए बैंक शाखाओं या डाकघरों तक जाना पड़ता था, अब यह काम IPPB के 1,36,000 से अधिक पोस्ट ऑफिस (एक्सेस पॉइंट्स) और 2 लाख से अधिक पोस्टमैन और ग्रामीण डाक सेवकों की मदद से किया जाएगा. IPPB ने अपने 650 ब्रांच नेटवर्क के साथ इस सेवा को चरणबद्ध तरीके से लॉन्च किया है. ये सभी पोस्टमैन स्मार्टफोन और बायोमेट्रिक डिवाइस से लैस होंगे, ताकि यह सेवा हर नागरिक के दरवाजे पर दी जा सके. इसके लिए 50 रुपये का सर्विस चार्ज लिया जाएगा.
CELC ऐप के लाभ
UIDAI की चाइल्ड एनरोलमेंट पॉलिसी के अनुसार, 5 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए बायोमेट्रिक डिटेल्स (फिंगरप्रिंट और आईरिस इमेज) नहीं ली जाती हैं, जिससे उनका पंजीकरण प्रक्रिया सरल होती है. CELC ऐप के माध्यम से बच्चे का सिर्फ फोटोग्राफ और कुछ जनसांख्यिकीय विवरण ही दर्ज किए जाते हैं, जिसमें माता-पिता और ऑपरेटर की बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन की आवश्यकता होती है.
ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों के लिए फायदेमंद
IPPB की इस सेवा का सबसे बड़ा फायदा उन लोगों को होगा जो ग्रामीण या दूरदराज के इलाकों में रहते हैं, जहां बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं तक पहुंच कम है. इसके माध्यम से नागरिक अपने मोबाइल नंबर को आधार से लिंक या अपडेट कर सकेंगे, जिससे उन्हें सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ प्राप्त करने में आसानी होगी.
आधार के फायदे
आजकल सरकार द्वारा सब्सिडी का सीधा लाभ आधार से लिंक बैंक खातों में ट्रांसफर किया जाता है. इसके अलावा, पैन-आईटीआर, मोबाइल सिम, बैंक खाता, राशन कार्ड जैसी सेवाओं के लिए भी आधार आधारित ओटीपी वेरिफिकेशन का उपयोग होता है. IPPB की यह पहल नागरिकों के लिए बेहद महत्वपूर्ण और सहायक साबित होगी. IPPB की इस सेवा के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने नजदीकी डाकघर से संपर्क करें या अपने पोस्टमैन से संपर्क करें.