नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष और लोकसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने चाल तो तगड़ी चली थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीते तीन साल के विदेश दौरे के खर्च पर सरकार से जवाब मांगा था. खरगे को उम्मीद थी कि शायद सरकार नहीं बताएगी या खर्च बहुत ज्यादा होगा, जिसे लेकर वह हमलावर रुख अपना लेते. हालांकि, जब उन्होंने राज्यसभा में इस मुद्दे को उठाया, तो जवाब में विदेश राज्य मंत्री पबित्र मार्गेरिटा ने सरकार का आधिकारिक ब्यौरा पेश कर दिया.
सरकार के मुताबिक, 2022 से 2024 तक पीएम मोदी ने कुल 38 देशों का दौरा किया. इन दौरों पर हुए खर्च का पूरा विवरण संसद में दिया गया. सबसे कम खर्च नेपाल यात्रा पर हुआ, जहां 80 लाख 1 हजार 483 रुपए खर्च हुए. वहीं, सबसे महंगा दौरा अमेरिका का रहा, जहां 2023 में 22 करोड़ 89 लाख 68 हजार 509 रुपए का खर्च आया.
विदेश राज्य मंत्री ने जवाब में यह भी बताया कि यह पहली बार नहीं है जब किसी प्रधानमंत्री के विदेश दौरों पर बड़ा खर्च हुआ हो. उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के दौरों का भी उदाहरण दिया. उनके मुताबिक, 2011 में अमेरिका यात्रा पर 10 करोड़ 74 लाख 27 हजार 363 रुपए खर्च हुए थे. 2013 में रूस यात्रा का खर्च 9 करोड़ 95 लाख 76 हजार 890 रुपए था. 2011 में फ्रांस के दौरे पर 8 करोड़ 33 लाख 49 हजार 463 रुपए और जर्मनी यात्रा पर 6 करोड़ 2 लाख 23 हजार 484 रुपए खर्च हुए थे.