भोपाल: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव प्रचार तेज है। सीएम शिवराज सिंह चौहान समेत प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर के नेता लगातार दौरे कर रहे हैं। बीजेपी ने इस बार अपने कई सीनियर नेताओं को टिकट दिया है। वहीं, शिवराज सरकार के ज्यादातर मंत्रियों को भी टिकट दिया गया है। ज्यादातर मंत्री ऐसे हैं जिनके चुनाव इस बार फंसे हुए हैं। शिवराज सिंह चौहान के कई मंत्रियों के लिए इस बार का चुनाव 2018 के मुकाबले में ज्यादा टफ है। आइए जानते हैं कौन-कौन से वे मंत्री हैं जिन्हें इस बार चुनाव में कड़ी टक्कर मिल रही है।
शिवराज सरकार के कई मंत्रियों को इस बार विरोधियों से कड़ा मुकाबला है। बीजेपी ने शिवराज सरकार के 33 में से 31 मंत्रियों को फिर से टिकट दिया है। 2018 में शिवराज कैबिनेट के 13 मंत्री चुनाव हार गए थे। 2023 के चुनाव में कहीं बागी तो कहीं कांग्रेस के दावेदारों के कारण मंत्रियों का चुनाव रोचक हो गया है। वहीं, कई सीटों पर मुकाबला त्रिकोणीय है।
इन मंत्रियों की सीटों पर कांटे की टक्कर
नरोत्तम मिश्रा
मध्यप्रदेश सरकार के गृहमंत्री और कट्टर हिन्दुत्ववादी नेता नरोत्तम मिश्रा इस बार भी दतिया विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ कांग्रेस ने राजेन्द्र भारती को मैदान में उतारा है। वहीं, बीजेपी के बागी नेता अवधेश नायक के कांग्रेस में शामिल होने से नरोत्तम मिश्रा की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
सुरेश धाकड़
शिवपुरी जिले की पोहरी विधानसभा सीट से बीजेपी ने सिंधिया समर्थक नेता सुरेश धाकड़ को फिर से टिकट दिया है। धाकड़ के खिलाफ नाराजगी के मामले भी सामने आए हैं। कांग्रेस ने कैलाश कुशवाह और बसपा प्रद्युम्न वर्मा को प्रत्याशी बनाया है। जिस कारण से मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है।
रामखेलावन पटेल
सतना जिले की अमरपाटन विधानसभा सीट पर मंत्री रामखेलवान पटेल चुनाव मैदान में हैं। कांग्रेस ने यहां से दिग्गज नेता राजेन्द्र सिंह को टिकट दिया है। इस बार यहां दोनों के बीच रोचक मुकाबला है।
कमल पटेल
राज्य के कृषि मंत्री कमल पटेल इस बार भी हरदा विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं। यहां से कांग्रेस ने रामकिशोर दोगने को टिकट दिया है। यहां के बीजेपी के बागी नेता सरेन्द्र जैन ने मुकाबले को रोचक बना दिया है।
बिसाहूलाल सिंह
अनूपपुर विधानसभा सीट में भी मुकाबला रोचक है। यहां से खाद्य मंत्री बिसाहूलाल के खिलाफ कांग्रेस ने पूर्व संयुक्त कलेक्टर रमेश सिंह को उतारा है। रमेश सिंह क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय हैं। वहीं, बिसाहूलाल सिंह ने इमोशनल कार्ड खेला है कि ये उनका आखिरी चुनाव है।
अरविंद भदौरिया
भिंड जिले की अटेर विधानसभा सीट से विधायक अरविंद भदौरिया फिर से चुनाव मैदान में हैं। भदौरिया शिवराज सिंह चौहान की कैबिनेट में सहकारिता मंत्री हैं। कांग्रेस ने भदौरिया के खिलाफ हेमंत कटारे को उतारा है।
बागियों ने बढ़ाई ग्वालियर ग्रामीण में टेंशन
ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा सीट से उद्यानिकी मंत्री भारत सिंह कुशवाहा मैदान में हैं। यहां से कांग्रेस ने साहब सिंह गुर्जर को उतारा है। बसपा का भी यहां प्रभाव जिस कारण से मुकाबला त्रिकोणीय है। वहीं, बीजेपी नेता मदन कुशवाहा के कांग्रेस में शामिल होने से कुशवाहा वोटर्स छिटकने का डर है।