रायपुर: छत्तीसगढ़ की रायगढ़ पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। टीम ने साइबर ठगी में करने वाले एक गैंग को पश्चिम बंगाल के कोलकाता से गिरफ्तार किया है। कोलकाता पॉश इलाके में रायगढ़ की साइबर टीम ने अवैध कॉल सेंटर पर रेड मारते हुए 8 युवकों और 14 युवतियों को ऑनलाइन ठगी के मामले में गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 45 नग मोबाइल, डायरी जब्त हुई है। इसके सात ही 9 अकाउंट के बारे में जानकारी मिली है। दरअसल, 8 सितंबर को पुसौर थाना में ऑनलाइन ऑनलाइन ठगी की लिखित शिकायत दर्ज कराई गई थी। पीड़ित ने बताया था कि उसे अगस्त माह में 3 अलग-अलग मोबाइल नंबरों से अज्ञात व्यक्ति (साइबर ठग) कॉल कर गांव में एयरटेल कंपनी का टावर लगाने के संबंध में चर्चा की। इसके लिए उसने कहा कि टॉवर लगाने के लिए घर व प्लाट चाहिए। घर व प्लाट के एवज में हर महीने 15 हजार किराया मिलेगा।
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
उपयोगकर्ताओं का दावा! रोजाना कपिवा गेट स्लिम जूस लेने से 10 किलो वजन कम करने में मदद मिली l पीड़ित ने बताया था कि आरोपी के द्वारा बोनस तौर पर 15 लाख रूपये एक साथ देने का भी वादा किया गया था। ऐसा कहकर ठगों ने डाक्यूमेंट्स तैयार करने, बीमा, NOC के नाम पर कुल 1 लाख 82 हजार 460 रुपये जमा करावाए थे।
पुलिस ने की कार्रवाई
पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए दिल्ली ,झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल में दबिश दी थी। जिसमें पुलिस को कोलकाता जोरासांकी मेट्रो के गेट के बिल्डिंग के पास देशभर में ठगी करने वाले एक गैंग के कॉल सेंटर की जानकारी हुई। पुलिस ने यहां दबिश दी जिसमें पुलिस को पता चला कि आरोपी बीते 5 सालों से अवैध रूप से कॉल सेंटर चला रहे हैं। कॉल सेंटर में पूरे देश में विभिन्न कंपनियों के टावर लगाने के नाम से ठगी करते थे और रोजाना लोगों को लाखों रुपए के चुना लगा रहे थे।
रायगढ़ एसपी अभिषेक मीना ने बताया कि 8 आरोपी युवकों का माननीय न्यायाधीश द्वारा ट्रांजिट रिमांड दिया गया तथा 14 आरोपित युवतियों को सशर्त अंतरिम बेल का लाभ देकर ट्रांजिट रिमांड खत्म होने की अवधि के पूर्व रायगढ़ न्यायालय में उपस्थित होने आदेश दिया गया है। सभी 22 आरोपियों को पुसौर के धोखाधड़ी मामले में न्यायिक रिमांड पर पेश किया जाएगा।