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1965 में इस मंदिर में PAK ने गिराए थे हजारों बम, नहीं आई एक भी खरोंच!

Jitendra Kumar by Jitendra Kumar
09/05/25
in राष्ट्रीय, समाचार
1965 में इस मंदिर में PAK ने गिराए थे हजारों बम, नहीं आई एक भी खरोंच!
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नई दिल्ली। आज हम आपको भारत एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जो भारतीय सेना के लिए काफी महत्व रखता है। बताया जाता है कि पाकिस्तान ने मंदिर पर 3000 से अधिक गोले दागे थे, लेकिन मंदिर को कोई नुकसान नहीं हुआ था। आइए जानते हैं इसके बारे में।

कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तानी आतंकियों ने 26 भारतीय टूरिस्ट्स को बेहरहमी से मारा, जिसके बाद भारतीय सेना ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत आतंकवादियों के 9 ठिकानों को तबाह कर दिया है. हालांकि अभी भी भारत- पाकिस्तान से बीच जंग जारी है और इसी के चलते आज हम आपको माता के एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जिस पर 1965 के युद्ध के दौरान पाकिस्तान ने इस मंदिर पर 3000 से अधिक गोले दागे थे, लेकिन मंदिर को कोई नुकसान नहीं हुआ था। आइए जानते हैं माता के इस मंदिर के बारे में।

मंदिर कहां है स्थित

माता का मंदिर राजस्थान के जैसलमेर में स्थित है, जिसका नाम ‘तनोट माता मंदिर’ है। मंदिर के ट्रस्ट की आधइकारिक साइट के अनुसार, जब 1965 में भारत-पाक युद्ध का युद्ध हुआ था, उस दौरान पाकिस्तान ने 3 हजार बम मंदिर और उसके आस-पास के इलाके में बरसाए थे, लेकिन माता का चमत्कार ऐसा था कि मंदिर को खरोंच तक नहीं आई थी।

भारतीय सेना के लिए खास है मंदिर

साल 1971 के भारत-पाक युद्ध में सैकड़ों पाकिस्तानी सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया और भारत को जीत मिली। बताया जाता है कि, माता तनोट की कृपा से पड़ोसी देश के सैकड़ों टैंक व गाड़ियों को भारतीय फौजों ने तबाह कर दिया था, जिसके बाद शत्रु दुम दबाकर भागने को विवश हो गए थे। बता दें, आज तनोट मात का मंदिर भारतीय सैनिकों और सीमा सुरक्षा बल के जवानों के लिए आस्था का विशेष केंद्र है।

सेना के अधिकारी करते हैं मंदिर की पूजा

साल 1965 में सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने यहां सीमा चौकी की स्थापना कर इस मंदिर की पूजा अर्चना व व्यवस्था का कार्यभार संभाला। वर्तमान में मंदिर का प्रबंधन संचालन तनोट राय एवं घंटियाली माता ट्रस्ट द्वारा किया जा रहा है। बता दें, इस मंदिर में पूजा का जिम्मा भी सेना के पास ही है। सेना के अधिकारियों के अलावा दूर-दूर से लोग इस मंदिर के दर्शन करने आते हैं। मंदिर पूरे सप्ताह सुबह 6 बजे से शाम 8 बजे तक खुला रहता है।

मंदिर में है म्यूजियम

तनोट माता मंदिर राजस्थान के जैसलमेर से करीब 130 किलोमीटर दूर अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित है। बता दें, जब आप इस मंदिर के दर्शन करने आएंगे तो यहां के म्यूजियम में जाना न भूलें। इस म्यूजियम में पाकिस्तान सेना द्वारा मंदिर परिसर में गिराए गए वे बम रखे हैं जो नहीं फटे थे।

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