फिरोजाबाद l गरीब हो या फिर अमीर हर आदमी का सपना होता है कि उसका अपना आशियाना हो. इसके लिए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरुआत की. लोगों में इस योजना के प्रति काफी उत्साह है, बड़ी तादात में लोग आवेदन करने के बाद उसका लाभ भी ले रहे हैं. लेकिन यूपी के फिरोजाबाद जिले में दो हजार से अधिक ऐसे भी लाभार्थी हैं. जिन्होंने इस योजना में आवास लेने के लिए आवेदन तो किया, लेकिन अब वह लापता हो गए हैं.
क्या है पूरा मामला
दरअसल जिले में साल 2017-18 में इस योजना के तहत 46 हजार से ज्यादा लोगों ने आवेदन किया था. विभाग ने जब इनके आवेदनों की जांच कराई तो 13 हजार लाभार्थी अपात्र मिले. जिला नगरीय अभिकरण (डूडा) कि मानें तो जिन लोगों ने आवेदन किए थे, इनमें से 2000 लाभार्थी ऐसे थे जो पते पर नहीं मिले. उन्होंने बताया कि यह वह लोग हैं, जिन्हें योजना की जानकारी नहीं थी और इन्होंने आवेदन कर दिया था. साथ ही यह लोग यहां रहते तक नहीं है. इनके आवेदनों को पात्रता की सूची से बाहर किया जा रहा है.
13 हजार अपात्र लाभार्थी सूची से हुए बाहर
जिला नगरीय अभिकरण ( डूडा ) परियोजना निदेशक सुभाषवीर राजपूत ने बताया कि कुछ लाभार्थी ऐसे भी थे जिनके पास जमीन नहीं थी अगर थी भी तो उस पर विवाद चल रहा है. तो कुल मिलाकर जिले में 13 हजार के करीब लाभार्थियों को अपात्र पाते हुए सूची से बाहर कर दिया है.
2015 में शुरू हुई थी योजना
बता दें भारत सरकार ने साल 2015 में प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरुआत की थी. योजना को 3 चरणों में बांटा गया है. योजना का पहला चरण जून 2015 में शुरू हुआ, जो मार्च 2017 में खत्म हो गया. दूसरा चरण अप्रैल 2017 से शुरू हुआ और मार्च 2019 में खत्म हो गया. तीसरा और आखिरी चरण अप्रैल 2019 में शुरू किया गया और मार्च 2022 तक खत्म हो जाएगा.
खबर इनपुट एजेंसी से