नई दिल्ली: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म मेटा ने बताया कि मार्च महीने में उसने 23,000 फेसबुक पेज और अकाउंट को बैन किया है. ये सभी पेज धोखाधड़ी में शामिल थे और खासतौर पर ये भारत और ब्राजील के लोगों का टार्गेट कर रहे थे. ये सभी अकाउंट्स और पेज उस नेटवर्क से जुड़े हुए थे जो नई-नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर लोगों के साथ धोखाधड़ी कर रहे थे. ये कार्रवाई प्लेटफॉर्म पर सेफ्टी को बनाए रखने के लिए की गई है. इसके जरिए खासकर उन एक्टिविटीज के खिलाफ कार्रवाई की गई है जो यूजर्स को गुमराह कर रहे हैं.
कैसे करते थे ठगी?
ये फ्रॉड करने वाले लोग नकली इन्वेस्टमेंट ऐप्स और जुए की साइटों का प्रचार कर रहे थे. इसके लिए वे जाने-माने फाइनेंस एक्सपर्ट्स, क्रिकेटर्स और बड़े बिजनेसमैन के नाम और चेहरे का गलत इस्तेमाल करते थे, ताकि लोग आसानी से उनके झांसे में आ जाएं. इन फर्जी अकाउंट्स के जरिए लोगों को मैसेजिंग ऐप्स पर इन्वेस्टमेंट की सलाह देने के बहाने बुलाया जाता था और फिर उन्हें नकली वेबसाइट्स पर भेजकर उनके पैसे ठग लिए जाते थे.
Meta का जवाब और यूजर्स की सुरक्षा
Meta ने बताया कि मार्च महीने में ऐसे 23,000 से ज्यादा फेसबुक पेज और अकाउंट हटाए गए जो इस तरह की धोखाधड़ी कर रहे थे. कंपनी यूजर्स को जागरूक करने के लिए भी कई कदम उठा रही है. लोगों को ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट और पेमेंट फ्रॉड से बचने के लिए टिप्स और जरूरी जानकारी दी जा रही है, ताकि वे खुद को इन खतरों से बचा सकें.
भारत क्यों है निशाने पर?
भारत में Meta के प्लेटफॉर्म्स जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप का इस्तेमाल करोड़ों लोग करते हैं. अकेले फेसबुक के ही भारत में 375 मिलियन (37.5 करोड़) से भी ज्यादा यूजर्स हैं. यही वजह है कि इस तरह के फ्रॉड भारत के लिए एक बड़ी चिंता का विषय हैं, और Meta इन्हें रोकने के लिए लगातार टेक्नोलॉजी, पॉलिसी और लोगों को जागरूक करने पर जोर दे रही है