पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम बस्ती क्षेत्र से जुड़े खलीलाबाद जिले में अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से लाखों रुपये के बिजली बिल घटाने के खेल में 25 बिजलीकर्मी फंस गए हैं। खलीलाबाद के ही एक एसडीओ की शिकायत पर शक्ति भवन लखनऊ द्वारा कराई गई गई जांच में तीन एक्सईएन, चार एसडीओ, चार जेई, तीन क्लर्क और 11 राजस्व संग्रहकर्ता प्रथमदृष्टया दोषी पाए गए हैं। सभी के खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखा गया है। मुख्य अभियंता बस्ती गुलाम मुस्तफा और अधिशासी अभियंता खलीलाबाद दिव्य रंजन ने इसकी पुष्टि की है।
खलीलाबाद जिले के हरिहरपुर सब स्टेशन के एसडीओ विवेक पांडेय ने सितम्बर 2019 को मुख्य अभियंता बस्ती और पॉवर कार्पोरेशन लखनऊ को पत्र लिखकर बताया था कि उनके पूर्व तैनात रहे बिजली कर्मियों ने गलत तरीके दर्जनों उपभोक्ताओं का बिल कम करके लाखों रुपए का राजस्व नुकसान किया है। उन्होंने खुद कई उपभोक्ताओं का बिल चेक किया तो घोटाले का पता चला। एसडीओ ने मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की थी।
मामले को गंभीरता से लेते हुए शक्ति भवन लखनऊ की विशेष ऑडिट टीम ने जांच शुरू की तो आरोप सही पाए गए हैं। 2016 से 2019 के बीच अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से दर्जनों उपभोक्ताओं का लाखों/हजारों रुपये का बिल कुछ सौ रुपए में कर दिया गया। जांच में एक्सईएन से लगायत टीजीटी राजस्व संग्रहकर्ता भी दोषी पाए गए हैं। इनमें से 24 कर्मचारी मौजूदा समय में संतकबीरनगर में तैनात हैं, जबकि एक बस्ती जिले में कार्यरत है। सभी के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति भी कर दी गई है।