उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले की पुलिस ने ऐसे 252 मोबाइल नंबर चिह्नित किए हैं, जिनके जरिए अपराधियों ने भोले-भाले लोगों को निशाना बनाकर उनकी मेहनत की गाढ़ी कमाई ठग लिये. पुलिस अब इन नंबरों को तो ब्लॉक करवा ही रही है, साथ ही इन नंबर्स का जिन-जिन डिवाइस में इस्तेमाल किया गया है, उनको भी ब्लॉक करवाया जा रहा है. ये नंबर फर्जी आईडी पर लिए गए थे.
साइबर ठगों को सबक सिखाने के लिए मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स ने देश के हर जिले में एक अभियान की शुरुआत की है. इस अभियान के तहत पीड़ित साइबर ठगी की शिकायत दर्ज करवाता है तो साइबर विंग की टीम पहले तो ठगी करने वाले नंबर को ट्रैक करती है, फिर जिस अकॉउंट में पैसे गए हैं, उसे ट्रैक किया जाता है. उसके बाद फाइनली जिस अकॉउंट से वो पैसे विड्राल हुए हैं, उनको चेक किया जाता है.
252 मोबाइल नंबर चिह्नित
ऐसे ही 252 मोबाइल नंबर और कई डिवाइस को सहारनपुर की साइबर क्राइम टीम ने ठगों से एक कदम आगे चलते हुए ब्लॉक करवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इन नम्बरों पर चल रही सभी डिवाइस को बंद कराने के लिए पुलिस मुख्यालय और टेलिकॉम कंपनियों को पत्र भेजा गया है.
करोड़ों की हुई थी ठगी
जिन फ़र्ज़ी आईडी पर साइबर ठगों ने सिम लिए थे, उस आईडी पर पश्चिम बंगाल, बिहार, भोपाल, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली के फर्जी पते लिखे हुए थे. सहारनपुर जिले में अब तक साइबर ठगों ने करोड़ों रुपए की ठगी की है, जिनमें अब तक 1 करोड़ रुपए की पुलिस वापसी भी करवा चुकी है.
सहारनपुर के एसपी सिटी बोले
सहारनपुर के एसपी सिटी अभिमन्यु मांगलिक ने कहा किसाइबर ठग विभिन्न तरीकों से लोगो को अपने जाल में फंसाकर उनके साथ ठगी करते हैं. कभी लोन दिलाने के नाम पर तो कभी प्राइज मनी जीतने के नाम पर इनके द्वारा ठगी की जाती रही है. अकेले सहारनपुर मे ही हर महीने ठगी के सैकड़ों मामले आ जाते हैं, जिसके बाद अब पुलिस की साइबर टीम भी इन शातिर ठगों से एक कदम आगे चलकर इन्हें सबक सिखाने में जुटी हुई है.