उत्तरकाशी: उत्तरकाशी की सिलक्यारा टनल में 8 दिनों से फंसे मजदूरों को आज भी नहीं निकाला जा सका है. रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर अलग-अलग प्लान तैयार किए गए हैं, लेकिन अभी तक कामयाबी नहीं मिली है. मजदूरों को सुंरग से निकालने के लिए 5 प्लान बनाए गए हैं ताकि उन्हें निकालने का रास्ता बनाया जा सके. सेना को भी इस काम में शामिल किया गया है. पीएमओ की टीम भी शनिवार को उत्तरकाशी (Uttarkashi) में सिलक्यारा टनल पहुंची. वहां रेस्क्यू में लगे अधिकारियों से बातचीत की, अपने सुझाव दिए साथ ही रेस्क्यू में तेजी कैसे लाई जाए इसे लेकर भी मंथन किया. आइए मजदूरों के 5 प्लान के बारे में जानते हैं.
मजदूरों को बचाने के 5 प्लान
बता दें कि जिस जगह 41 मजदूर फंसे हुए हैं वहां आज हेलीकॉप्टर के जरिए हवाई सर्वे भी किया गया. हवाई सर्वे का मकसद अंदर फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए विकल्प तलाशना था. अफसरों की ओर से दावा किया जा रहा है कि टनल के अंदर फंसे सभी लोगों को बचाने के लिए जो भी जरूरी होगा वो कदम उठाए जाएंगे. PMO के दो अधिकारी भास्कर खुल्बे और मंगेश घिल्डियाल भी मौके का जायजा लेने सिलक्यारा पहुंचे. दोनों ने राहत बचाव में जुटी टीमों को हर संभव मदद का भरोसा दिया.
रेस्क्यू में तेजी लाई जा सके, इसके लिए 5 अलग-अलग प्लान पर काम किया जा रहा है.
- प्लान पहला- टनल में ड्रिलिंग करके रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए पाइप बिछाने का होगा.
- दूसरा प्लान- टनल के पीछे से भी ड्रिल करने की तैयारी है.
- तीसरा प्लान- टनल के ऊपर से ड्रिल करके टनल में रेस्क्यू करना है.
- चौथा प्लान- लेफ्ट से परपेंडिकुलर छेद चौथा प्लान है.
- पांचवां प्लान- राइट से परपेंडिकुलर छेद पांचवां प्लान है.
उत्तरकाशी टनल रेस्क्यू के सबसे बड़े अपडेट
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी देहरादून में बैठक की और रेस्क्यू की समीक्षा की साथ ही अफसरों को कई जरूरी निर्देश दिए. टनल में फंसे मजदूरों की संख्या बढ़कर 41 हो गई है. अब तक 40 श्रमिकों के फंसे होने की जानकारी थी. राहत बचाव का काम तेज हो और अंदर फंसे लोगों को बाहर निकाला जाए, इसके लिए तमाम कोशिशें की जा रही हैं लेकिन इस काम में कई तरह ही चुनौतियां भी हैं. इन चुनौतियों का सामना करते हुए मजदूरों को कैसे बचाया जाए यही सबसे बड़ा सवाल है.