नई दिल्ली : क्रिकेट के सबसे बड़े सुपरस्टार सचिन तेंदुलकर के लिए आज का दिन खास है। पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने वैसे तो 250 से ज्यादा बार अर्धशतक जड़ा है, लेकिन जीवन का अर्धशतक उन्होंने आज यानी 24 अप्रैल 2023 को पूरा किया। सचिन आज 50 साल के हो गए हैं। इस मौके पर जान लीजिए कि सचिन तेंदुलकर की वो पांच ऐतिहासिक पारियां कौन सी हैं, जिन्हें हर एक फैंस आज भी याद करता है। करीब 800 बार इंटरनेशनल क्रिकेट में बल्लेबाजी के लिए उतरे सचिन ने सैकड़ों दमदार पारियां खेली हैं, लेकिन हम आपको उन ऐतिहासिक पारियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो हर फैंस को याद होंगी।
119 रन बनाम इंग्लैंड, मैनचेस्टर, 1990
सचिन तेंदुलकर और उनको करोड़ों फैंस के लिए सबसे ज्यादा यादगार पारियों में उनकी 119 रनों की नाबाद पारी शामिल है, जो उन्होंने 1990 में इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर में खेली थी। ये सचिन के इंटरनेशनल करियर का पहली सेंचुरी थी। इस मैच में भारत को जीत तो नहीं मिली थी, लेकिन सचिन की इसी पारी की बदौलत भारत इस मैच को ड्रॉ कराने में समर्थ रहा था। इस मैच में सचिन प्लेयर ऑफ द मैच रहे थे।
110 रन बनाम ऑस्ट्रेलिया, कोलंबो, 1994
सचिन ने अपने वनडे इंटरनेशनल करियर का पहला शतक डेब्यू के करीब 5 साल के बाद ठोका था। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोलंबो के मैदान पर 110 रनों की पारी खेली थी। भारत को इस मैच में जीत मिली थी। किसी भी फॉर्मेट में पहला शतक खास होता है और इसलिए सचिन का ये शतक भी यादगार था। इस टूर्नामेंट में भी भारत को जीत मिली थी। इस मैच में भी सचिन प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब जीते थे।
143 रन बनाम ऑस्ट्रेलिया, शारजाह, 1999
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के बल्ले से शारजाह के मैदान पर डेजर्ट स्टॉर्म देखने को मिला था। ये मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला गया था, जिसमें न्यूजीलैंड की टीम भी ट्राई सीरीज का हिस्सा था। भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चेज करने के लिए 285 रनों का टारगेट मिला था और फाइनल में पहुंचने के लिए भारत को कम से कम 254 रन बनाने थे। सचिन तेंदुलकर ने शारजाह के तूफान के बीच 143 रनों की तूफानी पारी खेली, जिस हर एक फैन आज भी याद करता है।
241 रन बनाम ऑस्ट्रेलिया, सिडनी, 2004
क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर की सबसे यादगार पारियों में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2003-04 टेस्ट सीरीज के आखिरी मैच में खेली गई नाबाद 241 रनों की पारी शामिल है। इस मैच से पहले सीरीज की स्कोरलाइन 1-1 थी और ये मैच सीरीज डिसाइडर था। सचिन तेंदुलकर के बल्ले से रन नहीं निकले थे। पहले तीन मैचों में वे कुल मिलाकर 100 रन बना सके थे, लेकिन चौथे मैच में दोहरा शतक जड़कर उन्होंने अपनी काबिलियत का लोहा मनावाया।
200 रन बनाम साउथ अफ्रीका, ग्वालियर, 2010
सचिन ने 24 फरवरी 2010 को वह कारनामा कर दिखाया था, जिसकी कल्पना शायद बहुत कम लोगों ने की होगी। सचिन तेंदुलकर के बल्ले से मेंस वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट का पहला दोहरा शतक निकला था। उन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ ग्वालियर के रूप सिंह स्टेडियम में दोहरा शतक जड़ा था। इसके बाद से करीब आधा दर्जन खिलाड़ियों ने ये कमाल किया है, लेकिन सचिन से पहले कोई भी इस उपलब्धि को अपने नाम नहीं कर पाया था।