नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के कई जिलों में बीते 2 महीने से आतंकवादी गतिविधियां बढ़ने के चलते देश के कई जवान शहीद हो चुके है. बीते दिनों डोडा में हुए आतंकी हमले में एक ऑफिसर और 4 जवान शहीद हो गए थे. घाटी में बढ़ी आतंकवादी घटनाओं को लेकर केंद्र सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं, बीते शुक्रवार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी एक अहम बैठक की थी. मीटिंग के बाद आज (शनिवार) को भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी जम्मू पहुंचे हैं. थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी वहां सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए जम्मू के दौरे पर हैं. उन्हें सुरक्षा बलों द्वारा कब्जे में लिए जा रहे क्षेत्रों के बारे में फॉर्मेशन कमांडरों द्वारा जानकारी दी जाएगी. इस बीच जम्मू में आतंकवादियों की तलाश और उन्हें मार गिराने के लिए 500 पैरा कमाडोंज को तैनात किया गया है.
जम्मू क्षेत्र में ट्रेंड पाकिस्तानी आतंकवादियों की घुसपैठ को देखते हुए, भारतीय सेना खुफिया सूचनाओं और सुरक्षा आवश्यकताओं के अनुसार क्षेत्र में अपनी तैनाती को फिर से बढ़ा दिया है. एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार भारतीय सेना ने पाकिस्तान के 50-55 सैन्य बलों के शिकार के लिए क्षेत्र में लगभग 500 पैरा स्पेशल फोर्स कमांडो को तैनात किया है, जो वहां पर विद्रोह करने के लिए क्षेत्र में प्रवेश कर रहे हैं. सेना के सूत्रों ने कहा कि इलाके में खूफिया तंत्रों को भी एक्टिव कर दिया गया है, जो घाटी में छिपे आतंकियों की जानकारी देंगे. इसके अलावा सेना ने यहां पाकिस्तान के सीजफायर का सामना करने के लिए पहले ही क्षेत्र में लगभग 3,500-4000 कर्मियों की एक ब्रिगेड को तैनात कर दिया गया है.
सेना के सूत्रों ने बताया कि जमीन पर सेना के अधिकारी लेटेस्ट हथियारों और संचार उपकरणों से लैस आतंकवादियों की तलाश और उन्हें खत्म करने की रणनीति पर काम कर रहे हैं. सेना के पास पहले से ही क्षेत्र में आतंकवाद विरोधी बुनियादी ढांचा मौजूद है, जिसमें रोमियो और डेल्टा बलों के साथ-साथ राष्ट्रीय राइफल्स की दो सेनाओं के साथ-साथ अन्य नियमित पैदल सेना डिवीजन भी मौजूद हैं. इस बीच सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी भी घाटी पहुंचे हैं, जहां वो आर्मी जवानों का हौसला बढ़ाएंगे और सुरक्षा स्थिति का जायजा लेंगे