नई दिल्ली : क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है। यहां कभी भी कुछ भी हो सकता है। अपने क्रिकेट के मैदान में कई चमत्कार होते देखें होगे, 6 गेंद पर 6 सिक्स, लगातार 4 विकेट, टेस्ट की दोनों पारियों में शतक। लेकिन क्या अपने ऐसे किसी टेस्ट मैच के बारे में सुना है जिसमें एक ही टीम एक 6 खिलाड़ियों ने एक ही पारी में शतक जड़े हो? इतना ही नहीं इन में से दो बल्लेबाज ऐसे भी थे, जिन्होंने 150 से ज्यादा रन बनाए थे।
बात है साल 1946 में खेले गए रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल मुकाबले की। यह मैच होल्कर और मैसूर के बीच इंदौर के होल्कर स्टेडियम में खेला गया था। इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए होल्कर टीम ने 8 विकेट खोकर 912 रन बनाए। इस पारी में टीम के 6 बल्लेबाजों ने शतक जड़ा। सलामी विकेटकीपर बल्लेबाज कमल भंडारकर और चंद्रा सरवटे ने शानदार शुरुआत करते हुए पहले विकेट के लिए 184 रनों की साझेदारी की।
बात है साल 1946 में खेले गए रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल मुकाबले की। यह मैच होल्कर और मैसूर के बीच इंदौर के होल्कर स्टेडियम में खेला गया था। इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए होल्कर टीम ने 8 विकेट खोकर 912 रन बनाए। इस पारी में टीम के 6 बल्लेबाजों ने शतक जड़ा। सलामी विकेटकीपर बल्लेबाज कमल भंडारकर और चंद्रा सरवटे ने शानदार शुरुआत करते हुए पहले विकेट के लिए 184 रनों की साझेदारी की।
जवाब में मैसूर की टीम पहली पारी में 190 और दूसरी पारी में 509 रन ही बना सकी। पारी के अंतर से होल्कर ने यह मैच 213 रनों से जीत लिया और फाइनल में प्रवेश किया। हालांकि फाइनल मुक़ाबले में उन्हें बड़ौदा के हाथों 409 रनों से हार का सामना करना पड़ा।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कभी किसी टीम ने एक ही पारी में 6 शतक नहीं लगाए। हां 1954 में खेले गए के मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 5 शतक लगाए थे। इन शतकों की मदद से ऑस्ट्रेलिया ने वेस्टइंडीज के पहली पारी के 357 रनों के जवाब में 758 रन बनाए थे। वहीं, तीसरी पारी में वेस्टइंडीज को 319 रनों पर ऑलआउट करके ऑस्ट्रेलिया ने मैच को एक पारी और 82 रनों से जीत लिया था।
इसके अलावा 2001 में पाकिस्तान ने बांग्लादेश के खिलाफ 5 शतक लगाए थे। इस मैच में सईद अनवर 101, तौफीक उमर 104, इंजमाम उल हक 105, युसुफ योहना 102 और अब्दुल रज्जाक ने 110 रन बनाए थे। इन सभी में से दो बल्लेबाजों ने 90 के स्ट्राइक रेट से ज्यादा से रन बनाए थे।