पलायन और गांवों के खाली होने का जिम्मेदार कौन
देहरादून। विगत दिवस भाजपा प्रदेश मुख्यालय से प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट व राज्य सरकार के मुखिया की और से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मोदी के 11 वर्षों को सेवा सुशासन और गरीब कल्याण को समर्पित बताने को उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दासानी ने खोखला और कोरा झूठ करार दिया हैं।
दसौनी ने कहा कि केंद्र सरकार के 11 सालों का लेखा-जोखा देने से पहले प्रदेश की भाजपा सरकार को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। दसौनी ने कहा कि उत्तराखंड में भाजपा की डबल इंजन सरकार को सत्ता में आए 8 वर्ष पूरे हो चुके हैं। प्रचंड बहुमत के बावजूद सरकार ने जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने में गंभीर विफलताएं दिखाई हैं।
गरिमा ने कहा कि पिछले 5 वर्षों में यानी 2017 से 2022 के बीच उत्तराखंड राज्य में भाजपा ने 3 मुख्यमंत्री बदले गए, यह सत्ता की अस्थिरता और गुटबाजी को उजागर करता है। गरिमा ने कहा कि पेपर लीक और अन्य भर्ती घोटालों ने युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया। गरिमा ने कहा कि सरकार रिवर्स पलायन की बात करती रही, लेकिन हकीकत यह है कि आज भी 4,000 से अधिक गांव वीरान हैं। रोजगार और मूलभूत सुविधाओं के अभाव में लोग गांव छोड़ने को मजबूर हैं।