देहरादून l चुनाव प्रत्याशियों की छवि, सोच और मुद्दों से ज्यादा उसकी आर्थिक स्थिति पर निर्भर हो रहे हैं। इसकी वजह लगातार हाईटेक होते प्रचार के तरीके और बड़ी राजनीतिक पार्टियों का मैनेजमेंट है। ऐसे में आम आदमी चुनाव लड़ने के विषय में सोचने से भी हिचकता है। विधानसभा चुनाव 2022 के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। कुमाऊं मंडल से यह बात सामने आई है कि 80 फीसदी प्रत्याशी लखपति और करोड़पति हैं। महज 20 फीसदी आम आदमी चुनावी मैदान में उतरा है। इनकी सम्पत्ति 2 लाख रुपये से कम है।
दरअसल, कुमाऊं के 6 जिलों में विधानसभा की 29 सीटें हैं। इनमें से 16 सीटें पहाड़ी और 13 सीटें मैदानी क्षेत्रों में है। मंडल की सभी विधानसभा सीटों में 304 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किया है। इनमें करीब 40 प्रत्याशी ऐसे हैं, जिनकी सम्पत्ति 1 करोड़ रुपये से अधिक है। इस श्रेणी में हल्द्वानी के प्रत्याशी सबसे ज्यादा सम्पत्ति के मामले में पहले स्थान पर हैं। जबकि करीब 204 ऐसे प्रत्याशी हैं, जिनकी सम्पत्ति 10 लाख रुपये से ज्यादा और 1 करोड़ रुपये से कम है। वहीं महज 60 के करीब संख्या ऐसे उम्मीदवारों की है, जिन्होंने 2 लाख रुपये से कम सम्पत्ति होने की जानकारी शपथ पत्र में दी है। ये सभी निर्दलीय या छोटे दलों से जुड़े प्रत्याशी हैं।
पहाड़ से ज्यादा करोड़पति मैदान में
कुमाऊं मंडल में 16 विधानसभा सीटें पहाड़ और 13 सीटें मैदानी क्षेत्रों में हैं। प्रत्याशियों की सम्पत्ति के लिहाज से देखें तो सबसे ज्यादा करोड़पति उम्मीदवार मैदान की सीटों पर हैं। इनमें हल्द्वानी, रामनगर, कालाढूंगी, रुद्रपुर, काशीपुर, बाजपुर, गदरपुर आदि सीटें शामिल हैं। वहीं, सबसे ज्यादा करोड़पति राष्ट्रीय राजनीतिक पार्टियों के प्रत्याशी हैं।
खबर इनपुट एजेंसी से