नई दिल्ली। ध्रुव जुरेल… वो विकेटकीपर बल्लेबाज, जिसने भारत और इंग्लैंड की टेस्ट सीरीज में धाकड़ प्रदर्शन किया है. अब उनकी तारीफ के कसीदे कई क्रिकेट स्पेशलिस्ट पढ़ रहे हैं. उनके बारे में ये स्पेशलिस्ट भी कह रहे हैं कि उनके अंदर धोनी जैसी काबिलियत है. जुरेल, जिन्होंने राजकोट में डेब्यू किया. राजकोट में जुरेल ने दिखाया कि उनमें प्रतिभा तो कूट-कूटकर भरी है. पहले मैच में उन्होंने 46 रन बनाए और 2 कैच लिए. वहीं बेन डकेट का भी जिस तरह रन आउट किया, उसने खूब सुर्खियां बटोरीं.
पर असल मायने में ध्रुव के दमदार प्रदर्शन की झलक रांची में दिखी. रांची टेस्ट में ध्रुव जुरेल ने दोनों ही पारियों में मैच जिताऊ पारियां खेलीं. पहली पारी में वो 90 रन बनाकर आउट हो गए. वहीं, दूसरी पारी में वो 39 रनों पर नाबाद लौटे. वहीं रांची में उन्होंने कुल 3 शिकार किए.
जुरेल ने ऐसे किया बेन डकेट को राजकोट टेस्ट में आउट
रांची और राजकोट के प्रदर्शन के बाद अब सवाल ये उठ रहे हैं कि क्या ध्रुव जुरेल टेस्ट क्रिकेट में परमानेंट विकेटकीपर बन सकते हैं, क्या वो महेंद्र सिंह धोनी की परंपरा को आगे चला सकते हैं. धोनी ने टेस्ट क्रिकेट से 30 दिसंबर 2014 को रिटायरमेंट लिया.
उसके बाद कुल 9 विकेटकीपर्स टीम इंडिया के लिए स्पेशलिस्ट विकेटकीपर के तौर पर खेले. इनमें पार्थिव पटेल जैसे विकेटकीपर भी शामिल रहे, जिनका धोनी से पहले डेब्यू हुआ था, वहीं नमन ओझा भी शामिल रहे, जिन्हें धोनी के रिटायर होने के बाद ही मौका मिला . लेकिन, ऋषभ पंत धोनी के बाद सबसे सफलतम कीपर रहे हैं. हालांकि मौके ऋद्धिमान साहा को मिले हैं.
लेकिन रांची की धरती पर ध्रुव जुरेल ने जिस तरह का जुझारुपन अपनी पारी में दिखाया, उससे एक बात तो साबित हो गई कि उनमें दम तो है. बल्ले से भी और विकेटकीपिंग में भी. रोहित शर्मा ने भी मैच के बाद जुरेल समेत इस सीरीज में डेब्यू करने वाले खिलाड़ियों की खुलकर तारीफ की. वो बोले जिनमें टेस्ट क्रिकेट की भूख है, वहीं खेलेंगे.
यानी एक तरह से रोहित ने यह हिंट तो दे दिया है कि ध्रुव जुरेल टेस्ट क्रिकेट में कंटीन्यू करेंगे. वहीं ईशान किशन जिस तरह से टीम से बाहर चल रहे हैं. ऋषभ पंत इंजर्ड हैं, ऐसे में ध्रुव जुरेल ने एक तरह से मौके को अच्छे तरीके से भुनाया है.
रांची टेस्ट में तारणहार बने ध्रुव जुरेल
रांची टेस्ट की पहली पारी में भारतीय टीम के 7 बल्लेबाज 177 रनों पर आउट हो चुके थे. इसके बाद ध्रुव जुरेल ने लोअर ऑर्डर के बल्लेबाजों के साथ मिलकर स्कोरबोर्ड 307 रनों तक पहुंचाया. जुरेल के 90 रनों की वजह से इंग्लैंड की टीम को बड़ी बढ़त नहीं मिल सकी. ध्रुव जुरेल ने दूसरी पारी में मुश्किल हालात में शानदार बल्लेबाजी की. भारतीय टीम के सामने 192 रनों का लक्ष्य था, लेकिन भारत के 5 बल्लेबाज 120 रनों पर पवेलियन लौट चुके थे. फिर ध्रुव जुरेल ने शुभमन गिल के साथ मिलकर टीम को जीत तक पहुंचा दिया.
क्या जुरेल बन पाएंगे अगले MSD
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले और सुनील गावस्कर भी ध्रुव जुरेल की तारीफ कर चुके हैं. गावस्कर ने हाल में कहा कि जिस तरह का उनका प्रदर्शन रहा है, उनमें महेंद्र सिंह धोनी जैसी काबिलियत है. गावस्कर ने कहा वो सिचुएशन में जिस तरह खेलते हैं, पहले छक्का मारना फिर स्ट्राइक रोटेट करना, यह ठीक धोनी जैसा है. राजकोट टेस्ट में जिस तरह उन्होंने खराब थ्रो पर बॉल कलेक्ट कर बेन डकेट को रन आउट किया, यह उनकी काबिलियत दिखाता है.