देश भर में लाखों लाइफ इंश्योरेंस और जनरल इंश्योरेंस की पॉलिसी बेचने वाले एजेंट्स के लिए अच्छी खबर है. अब आने वाले दिनों में लाइफ इंश्योरेंस और जनरल इंश्योरेंस कंपनियों के एजेंट्स एक से ज्यादा कंपनियों की पॉलिसी बेच पाएंगे. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, जल्द ही इंश्योरेंस रेगुलेटर एक सेगमेंट में तीन-तीन एजेंट्स के नियम को मंजूरी दे सकता है.
इंश्योरेंस कंपनियां और एजेंट्स एसोशिएशन भी मौजूदा एक कंपनी के एजेंट के नियम से बढ़ोतरी के पक्ष में है. हाल में भी इंश्योरेंस रेगुलेटर IRDAI ने कॉरपोरेट एजेंट्स और ब्रोकर्स के लिए नियमों में छूट दी और 9 कंपनियों के साथ करार करने की मंजूरी दी है.
इंडिविजुअल एजेंट को एक से ज्यादा इंश्योरेंस कंपनी के साथ जोड़ने का सबसे बड़ा मकसद इंश्योरेंस की पहुंच को बढ़ाना है और ज्यादा कंपनियों के प्रोडक्ट्स होने के बाद एजेंट भी ग्राहक को ज्यादा विकल्प प्रस्तुत कर पाएगा. हालांकि एक चिंता ये भी है कि इंश्योरेंस रेगुलेटर IRDAI ने नॉन लाइफ इंश्योरेंस में सभी सेगमेंट के कमीशन को 20% करने का प्रस्ताव दिया है जिसके बाद संभावना है कि अलग-अलग कंपनियां एक ही तरह के प्रोडक्ट्स पर अपने कारोबार के हिसाब से कमीशन तय कर सकती है जिसके बाद एजेंट जिस पॉलिसी में ज्यादा कमीशन होगा वहीं प्रोडक्ट ग्राहक को ऑफर करेगा.
इंश्योरेंस रेगुलेटर IRDAI की साल 2021 तक की वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक लाइफ इंश्योरेंस सेक्टर में 24 लाख 55 हजार एजेंट्स हैं और हेल्थ और जनरल इंश्योरेंस में कुल एजेंट्स की संख्या 14 लाख 22 हजार है.
इंश्योरेंस एजेंट्स के लिए ये हैं बड़ी बातें…
– इंश्योरेंस एजेंट एक से ज्यादा इंश्योरेंस कंपनियों की पॉलिसी बेच पाएंगे
– एक सेगमेंट की तीन इंश्योरेंस कंपनियों के एजेंट को रेगुलेटर मंजूरी दे सकता है
– अभी इंडिविजुअल एजेंट सिर्फ एक लाइफ इंश्योरेंस और एक जनरल इंश्योरेंस के साथ जुड़ सकता है
– अभी एक सेगमेंट में एक ही इंश्योरेंस कंपनी का एजेंट के नियम हैं
– इंडिविजुअल एजेंट्स ग्राहकों को अलग-अलग कंपनियों की पॉलिसी ऑफर कर पाएंगे
– कॉरपोरेट एजेंट्स, ब्रोकर्स की लिमिट बढ़ाने के बाद इंडिविजुअल एजेंट्स को छूट मिलेगी
– इंश्योरेंस कंपनियां और एजेंट्स भी मौजूदा लिमिट को बढ़ाने के पक्ष में है
– अभी देश में 25 लाख के करीब लाइफ इंश्योरेंस एजेंट्स हैं
– हेल्थ और जनरल इंश्योरेंस एजेंट्स की संख्या 15 लाख के करीब है