अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय हॉकी को पहचान दिला चुके मेजर ध्यानचंद की हाल ही में 100 जयंती मनाई गयी है. इसमें उनके पोते ने अपने दादा की यादों को साझा किया, साथ ही उन पर बनने वाली ड़ॉक्यूमेंटी फिल्म के बारे में जानकारी दी. वर्तमान में राजस्थान के बारां में मेजर ध्यानचंद के पोते विशाल सिंह बारां में खेल अधिकारी के रूप मे अपनी सेवाएं दे रहे हैं. उन्होनें अपने दादा मेजर ध्यानचंद पर बनने वाली फिल्म के बारे में बताया कि इस वर्ष मेजर ध्यानचंद के जीवन पर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाई जा रही है. इसको लेकर झांसी में डायरेक्टर के साथ कांट्रेक्ट हो चुका है, इस फिल्म में हॉकी के जादूगर के पूरे जीवन को दिखाया जाएगा.
विशाल सिंह ने बताया कि मेजर ध्यानचंद के जन्म से शुरू हुए संघर्ष और ब्रिटिशकाल में ओलंम्पिक के अंदर गोल्ड़ मेड़ल जीतने से लेकर अंत तक की पूरी कहानी भारत के लोगों को दिखायी जाएगी. फिल्म के ड़ायरेक्टर, एक्टर व उनकी टीम ने झांसी स्थित मेजर ध्यानचंद के मकान पर पहुंची और उनके बारे में जानकारी हासिल की. साथ ही उनके पोते सिंह ने बताया इस फिल्म में मेजर ध्यानचंद का किरदार एक्टर इशान खट्टर निभाएंगे.
खिलाड़ियों में खुशी का माहौल
बारां जिले की राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने वाले हॉकी के खिलाड़ी शुभम शर्मा ने बताया कि यह हर्ष का विषय है कि उनके जीवन पर फिल्म बनने जा रही है. मेजर ध्यानचंद को जीवन में आगे रखकर हमने हॉकी खेलना सीखा, खिलाड़ियों के लिए उनका जीवन एक बूस्टर ड़ोज की तरह काम करता है. उनके कार्यकाल में इंड़िया ने हॉकी में 8 गोल्ड मेडल हासिल किये हैं. शुभम ने बताया की जब हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद बॉल को रेल्वे ट्रेक की पटरी पर लेकर चलते थे. तब बॉल को पटरी से नीचे नहीं गिरने देते थे. वहीं ओलंपिक में हिटलर ने मेजर ध्यानचंद की हॉकी स्टिक तोड़कर यह देखने की कोशिश करी के कही इसमें चुंबक तो नहीं है.