जमुई: जमुई यातायात थाना में तैनात अय्याश सार्जेंट (दारोगा) धीरज कुमार सुमन की काली करतूत उजागर हुई है। आशिक मिजाज दारोगा ने पहले एक महिला सिपाही के साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाया फिर शादी का झांसा देकर बार- बार यौन शोषण करता रहा। इतना ही नहीं जब महिला सिपाही प्रेग्नेंट हो गई तो उसका गर्भपात भी करा दिया।
महिला थाने में दर्ज हुई एफआईआर
मामले में पीड़िता सिपाही ने महिला थाना में आवेदन देकर सार्जेंट धीरज कुमार सुमन पर शादी का झांसा देकर यौन शोषण करने, गर्भपात कराकर शादी से इनकार करने और मारपीट करने का आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज कराया है। इसके बाद धीरज कुमार सुमन फरार हो गया।
महिला सिपाही ने शिकायत में लगाए ये आरोप
पीड़िता महिला सिपाही ने लिखित आवेदन देकर बताया कि जब वह यातायात थाना जमुई में तैनात थी तो सार्जेंट धीरज कुमार सुमन के अधीन कार्य करती थी। धीरज कुमार सुमन द्वारा ड्यूटी के दौरान मोबाइल नंबर लिया था और उसके बाद फोन करने लगा। जब उसने बात करने से इनकार किया तो कहने लगा कि वह मुझसे प्यार करता है। सार्जेंट ने समझाबुझा कर शादी करने की बात कही थी। जिस पर जिससे वे भी सार्जेंट की बातों में आकर विश्वास कर ली।
मार्च 2024 में जब वे अपने किराए के मकान में थी तो सार्जेंट धीरज कुमार सुमन आया और मना करने के बावजूद शाररिक संबंध बनाया। फिर बार- बार कभी मेरे किराए के मकान में तो कभी पुलिस लाइन बुलाकर यौन शोषण करता रहा। जब गर्भवती हो गई तो उसने दो माह में शादी करने की बात कहते हुए जबरन दवा खिलाकर गर्भपात करवा दिया। फिर 16 दिसंबर 2024 की रात 8:00 बजे भी पुलिस लाइन बुलाकर यौन शोषण किया और मारपीट कर भगा दिया।
दारोगा पर करीब तीन ठगने का भी आरोप
पीड़िता ने बताया कि फ्लिपकार्ट, अमेजन सहित अन्य ऐप के जरिए कई बार सार्जेंट ने कपड़ा व अन्य सामान मंगवाता था और पेमेंट मेरे से करवाता था। कई बार कमरे में आकर मेरे से पैसा भी कोई न कोई बहाना बनाकर ले लेता था। उन्होंने सार्जेंट पर दो से तीन लाख रुपया का ठगी करने का भी आरोप लगाया है। वहीं पुलिस मामले की गहन जांच- पड़ताल में जुटी हुई है।
एसपी बोले- आरोपित सार्जेंट की होगी गिरफ्तारी
एसपी मदन कुमार आनंद ने कहा कि महिला सिपाही की शिकायत पर महिला थाना में कांड संख्या 12/ 25 दर्ज कर लिया गया है। पीड़िता का मेडिकल जांच भी कराया गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद कोर्ट में बयान कराया जाएगा। फिलहाल आरोपित सार्जेंट को निलंबित कर दिया गया है और जांच की जिम्मेदारी एसडीपीओ को सौंपी गई है। आरोपित सार्जेंट की गिरफ्तारी की जाएगी।