देहरादून : खाद्य पदार्थों में मिलावटखोरी रोकने के लिए संचालित मोबाइल फूड सेफ्टी में उत्तराखंड ने देश में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। जबकि गुजरात पहले स्थान पर रहा। भारतीय खाद्य संरक्षा मानक प्राधिकरण की ओर से सभी राज्यों में मोबाइल फूड सेफ्टी की समीक्षा की गई। जिसमें प्रशिक्षण, सैंपल जांच, और जागरूकता में उत्तराखंड ने बेहतर प्रदर्शन किया।
खाद्य संरक्षा एवं औषधि नियंत्रण प्रशासन विभाग के आयुक्त एवं सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि वर्तमान में राज्य में एक मोबाइल फूड सेफ्टी वैन संचालित की जा रही है। शीघ्र ही दो और फूड सेफ्टी वैन प्रदेश में शुरू की जाएगी। उन्होंने बताया कि मोबाइल फूड सेफ्टी वैन के माध्यम से चारधाम यात्रा मार्ग, कांवड़ यात्रा समेत विभिन्न पर्यटक स्थलों पर मिलावटखोरी रोकने के लिए विभागीय टीम ने सराहनीय कार्य किया।
विभाग के उपायुक्त जीसी कंडवाल, रुद्रपुर प्रयोगशाला के उपायुक्त राजेंद्र सिंह कठैत की अगुवाई में अप्रैल से जून माह तक विशेष अभियान चलाया गया। मोबाइल फूड सेफ्टी वैन के माध्यम से 1029 खाद्य पदार्थों के सैंपलों की जांच की गई। जिसमें दूध से बने खाद्य पदार्थ, मिठाइयां, तेल व मसाले के 200 सैंपल मानकों पर खरे नहीं उतरे हैं। भारतीय खाद्य संरक्षा मानक प्राधिकरण ने सभी राज्यों के मोबाइल फूड सेफ्टी के माध्यम से परीक्षण, प्रशिक्षण व जागरूकता की समीक्षा की। जिसमें उत्तराखंड व छत्तीसगढ़ को दूसरा स्थान और गुजरात पहले स्थान पर रहा।