नई दिल्ली. संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण के तहत लोकसभा और राज्यसभा में चर्चाओं का दौर जारी है. विपक्ष के हर सवाल का जवाब सत्तापक्ष के नेता और मंत्री दे रहे हैं. ऐसे ही एक सवाल के जवाब में केंद्रीय स्वास्थ्य रज्यमंत्री प्रतापराव जाधव ने आयुष्मान भारत स्कीम के बारे में बड़ी जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि आयुष्मान भारत योजना में घोटाले और अनियमितता पर सख्त एक्शन लेने की जानकारी दी है. फर्जी तरीके से क्लेम कर बीमा की राशि निकालने का प्रयास किया गया, जिसे समय रहते नाकाम कर दिया.
लाखों की संख्या में बोगस क्लेम को रिजेक्ट करते हुए 643 करोड़ रुपये की बचत की गई. इसके अलावा कुल मिलाकर 3000 से ज्यादा अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. सैकड़ों अस्पताल को जहां पैनल से बाहर कर दिया गया है, वहीं सैकड़ों अन्य अस्पतालों पर जुर्माना भी लगाया गया है. बता दें कि आयुष्मान भारत स्कीम के तहत किसी भी तरह की समस्या से निपटने के लिए तीन स्तरीय मेकेनिज्म बनाया गया है, ताकि किसी भी तरह के फर्जीवाड़े को समय रहते रोका जा सके.
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने मंगलवार को राज्यसभा में आयुष्मान भारत को लेकर बड़ी जानकारी दी गई. उन्होंने बताया कि आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा दी गई सूचना के अनुसार, धोखाधड़ी करने वाली संस्थाओं के खिलाफ 643 करोड़ रुपये के 3.56 लाख क्लेम को खारिज करने और 1,114 अस्पतालों को पैनल से हटाने की कार्रवाई की गई है. उन्होंने एक सवाल पर दिए लिखित जवाब में कहा कि 1,504 दोषी अस्पतालों पर 122 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है और 549 अस्पतालों को सस्पेंड कर दिया गया है.