इंदौर. एमपी के कॉलेजों में एडमिशन की प्रक्रिया अब मजाक बन गई है. जिसका नुकसान लाखों विद्यार्थियों को भुगतना पड़ रहा है. उच्च शिक्षा विभाग ने नए सीएलसी राउंड को लेकर प्रक्रिया में बदलाव किया था, जो पूरी तरह तकनीकी खामियों व अधूरी गाइडलाइन में उलझ गया है. कॉलेजों में ऑफलाइन एडमिशन शुरू हो गए हैं, लेकिन रजिस्ट्रेशन, दस्तावेज सत्यापन व फीस जमा करने के फॉर्मेट को लेकर सस्पेंस है. इससे प्रदेश के करीब 4 लाख तो इंदौर के 50 हजार छात्र उलझन में हैं. करीब 3 हजार छात्र रोज कॉलेज पहुंच रहे हैं, जिन्हें बार-बार प्रक्रिया बदलने से खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
दरअसल, उच्च शिक्षा विभाग ने छात्रों की डिमांड पर एक नया सीएलसी राउंड जारी किया था क्योंकि 50 प्रतिशत से ज्यादा सीटें खाली थी. 22 अगस्त से रजिस्ट्रेशन शुरू होने थे, लेकिन विभाग ने मई से चल रही इस प्रक्रिया को ही बदलकर ऑफलाइन एडमिशन का आदेश जारी कर दिया. उसके बाद से अब तक इन तमाम बिंदुओं पर सस्पेंस बना है. छात्रों को ऑफलाइन एडमिशन दिए जा रहे हैं, लेकिन दस्तावेज सत्यापन, फीस जमा करने और ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन को लेकर गाइडलाइन बदली जा रही है.
कॉलेज पोर्टल पर जानकारी, दस्तावेज सत्यापन कॉलेजों में ही
अब 29 अगस्त से फिर नई व्यवस्था लागू हो चुकी है. इसमें सीधे कॉलेज पहुंचकर ऑफलाइन आवेदन होगा. जहां सीटें खाली हैं, वहां छात्र को मौके पर ही मेरिट आधार पर एडमिशन मिलेगा. छात्र को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं करवाना है, लेकिन कॉलेज पोर्टल पर छात्र की पूरी जानकारी ऑनलाइन भरेंगे. इसके पहले या उसी दौरान छात्र को सरकारी कॉलेज पर बने हेल्प सेंटर से दस्तावेज सत्यापन करवाना होगा. निजी कॉलेज में प्रवेश पाने वाले छात्रों को हेल्प सेंटर जाना होगा और मार्कशीट से लेकर बाकी दस्तावेज दिखाना होंगे.
बीकॉम, बीए, बीबीए और एमकॉम, एमए सहित कई कोर्स में प्रक्रिया
फिलहाल इंदौर के 162 कॉलेजों में बीकॉम, बीए, बीबीए और बीएससी जैसे यूजी तथा एमए, एमकॉम, एमएससी जैसे पीजी कोर्स में एडमिशन की यह प्रक्रिया चल रही है. जानकारों के अनुसार हर छात्र को पूरी गाइडलाइन समझकर पसंद के कॉलेज में ऑफलाइन आवेदन करना होगा. जहां सीटें खाली हैं, वहां तत्काल एडमिशन पक्का हो जाएगा. जहां सीटें कम है, वहां उतनी ही एप्लिकेशन स्वीकार होगा. संबंधित कोर्स में जितनी सीटें होंगी. काउंसिल बार-बार बदलने का असर 50 हजार से ज्यादा शहर के छात्रों पर पड़ रहा है. शहर के कॉलेजों में एडमिशन के लिए 03 हजार के करीब छात्र रोज पहुंच रहे हैं.