ऋषिकेश। उत्तराखंड के दुर्गम पहाड़ी इलाकों में कई किस्म की बीमारियों से ग्रसित मरीजों को टेलीमेडिसन के जरिए एम्स के एक्सपर्ट सलाह तो दे पा रहे हैं, लेकिन मरीज तक दवा पहुंचाना संस्थान के लिए चुनौती बना हुआ है। लिहाजा, अब एम्स प्रशासन ने इसका भी हल ढूंढ़ निकाला है। संस्थान जल्द ड्रोन सेवा के जरिए दुर्गम क्षेत्रों में अब मरीजों तक दवा पहुंचाएगा। कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह ने शुक्रवार को खास बातचीत में यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि नेशनल हेल्थ ऑथरिटी से भी इस बाबत समन्वय स्थापित किया जा रहा है। कहा कि टेलीमेडिसिन सेवा के माध्यम से संस्थान के विशेषज्ञ चिकित्सक दुर्गम इलाकों के मरीजों का मर्ज पता कर महज सलाह ही दे पा रहे हैं, मगर दवा के बगैर यह सलाह किसी काम की नहीं है। खासकर उत्तराखंड राज्य को टीवी मुक्त बनाने का लक्ष्य है, तो मगर दुगर्म क्षेत्रों में दवाईयों के बिना यह संभव नहीं है। प्रो. मीनू ने बताया कि नॉर्थ ईस्ट में ड्रोन के जरिए दवा पहुंचाने की योजना कारगर साबित हुई है। ऐसे में फिलहाल राज्य में ड्रोन सेवा शुरू करने से पहले जीओ मैपिंग की जा रही है, जिसके बाद संबंधित मरीज की लोकेशन को सेट कर यह सेवा प्रारंभ की जाएगी।