5 जून से शनि वक्री हो गए हैं. इसके साथ ही कुछ राशि वालों के अच्छे दिन और कुछ के बुरे दिन शुरू हो गए. लेकिन अगले महीने एक बार फिर से शनि की स्थिति में बड़ा परिवर्तन होने जा रहा है. शनि वक्री अवस्था में कुंभ से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं. 12 जुलाई को होने जा रहा शनि का यह गोचर कुछ लोगों के लिए मुसीबतें लेकर आएगा. जानते हैं वक्री शनि का गोचर किन राशि वालों पर असर डालेगा.
अभी इन पर चल रही साढ़े साती-ढैय्या
29 अप्रैल को शनि के कुंभ में गोचर के बाद मीन राशि वालों पर साढ़ेसाती का प्रथम चरण शुरू हुआ. कुंभ राशि वालों पर साढ़े साती का दूसरा चरण शुरू हो गया है. वहीं मकर राशि के लोगों पर साढ़ेसाती का आखिरी चरण चल रहा है जो सबसे कष्टकारी और परेशानियों से भरा माना जाता है. इसके अलावा कर्क और वृश्चिक राशि वालों पर ढैय्या चल रही है.
12 जुलाई से ये लोग आएंगे मुश्किल में
12 जुलाई 2022 को शनि वक्री होकर फिर से मकर राशि में प्रवेश करेंगे इस कारण 2 महीने से साढ़े साती से राहत झेल रहे धनु राशि के जातक एक बार फिर चपेट में आ जाएंगे. फिर इन्हें 17 जनवरी 2023 में ही साढ़े साती से मुक्ति मिल पाएगी. साथ ही शनि के वक्री अवस्था में मकर में गोचर करते ही तुला और मिथुन राशि वाले ढैय्या की चपेट में आ जाएंगे.
शनि के कहर से बचने के उपाय
12 जुलाई से जो राशियां साढ़े साती और ढैय्या का कहर झेलेंगी, उन्हें अभी से कुछ उपाय शुरू कर लेने चाहिए. शनिवार के दिन शनि चालीसा पढ़ें, शनि मंदिर में छायादान करें. पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं. अच्छे कर्म करें. असहाय-जरूरतमंदों की मदद करें. शनि कर्मों के अनुसार फल देते हैं इसलिए इस समय अच्छे काम करें.