अहमदाबाद। अबू धाबी में हिंदू मंदिर का निर्माण पूरा करने के बाद बोचासनवासी अक्षर पुरूषोत्तम स्वामीनारायण (बीएपीएस) संस्था अब एक और बड़ी परियोजना पर काम कर रही है। खाड़ी देश बहरीन में एक भव्य मंदिर बनाने की तैयारी कर रही है। बीएपीएस गुजरात के एक पदाधिकारी ने इसकी जानकारी दी है। उन्होंने कहा, “बहरीन के शासक ने क्षेत्र में स्वामीनारायण मंदिर के निर्माण के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। परियोजना के भूमि आवंटन पर काम चल रहा है। हमें उम्मीद है कि अगले तीन से चार वर्षों के भीतर एक और भव्य हिंदू मंदिर का निर्माण पूरा हो जाएगा।”
उन्होंने कहा कि वर्तमान में ऑस्ट्रेलिया (सिडनी), दक्षिण अफ्रीका (जोहान्सबर्ग) और फ्रांस (पेरिस) में तीन मंदिर निर्माणाधीन हैं।
आपको बता दें कि अबू धाबी स्थित हिंदू मंदिर का अभिषेक बुधवार शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा। 27 एकड़ में फैला यह ऐतिहासिक स्थल अबू धाबी का पहला हिंदू मंदिर है। यह भारतीय संस्कृति और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की पहचान का एक विशिष्ट मिश्रण होगा। 11 फरवरी 2024 को अबू धाबी के बीएपीएस हिंदू मंदिर में विश्व संवादिता यज्ञ में 980 से अधिक लोग एकत्र हुए। प्राचीन औपचारिक अनुष्ठानों को संपन्न कराने के लिए भारत से सात पुरोहित अबू धाबी पहुंचे।
परम पावन महंत स्वामी महाराज के मार्गदर्शन में मंदिर परियोजना का नेतृत्व कर रहे स्वामी ब्रह्मविहरिदास ने कहा, “ऐसा यज्ञ भारत के बाहर शायद ही कभी हुआ है। यह अवसर मंदिर के वैश्विक एकता के संदेश देने का एक आदर्श तरीका था।”
बीएपीएस स्वामीनारायण गुट ने भारत और विदेशों में 1,200 से अधिक मंदिरों का निर्माण किया है। ये मंदिरें अपने भव्य पैमाने और वास्तुकला शैली के लिए प्रसिद्ध हैं। गांधीनगर में उनके मंदिरों में से एक अक्षरधाम मंदिर पर सितंबर 2002 में आतंकवादियों द्वारा हमला किया गया था। देश में दो अक्षरधाम मंदिर हैं। दूसरा दिल्ली में है। तीसरे का उद्घाटन पिछले साल अगस्त में अमेरिका के रॉबिंसविले, न्यू जर्सी में किया गया था।