जबलपुर : मध्य प्रदेश के भोपाल स्थित रानी कमलापति रेलबे स्टेशन की तर्ज पर जबलपुर स्टेशन का नामकरण रानी दुर्गावती के नाम पर करने की कवायद शुरू हो गई है. जिसके लिए उच्च अधिकारियों से सांसद द्वारा इस विषय पर चर्चा की गई. जिसको लेकर यह कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही जबलपुर रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर रानी दुर्गावती रेलवे स्टेशन रखा जाएगा.
दरअसल जबलपुर के सांसद और लोकसभा के मुख्य सचेतक राकेश सिंह ने पश्चिम मध्य रेलवे के अधिकारियों के साथ एक बैठक कर जबलपुर स्टेशन का नाम बदलकर रानी दुर्गावती के नाम पर करने को लेकर रायशुमारी की. सर्किट हाउस में आयोजित इस बैठक में जबलपुर के एयरपोर्ट की तर्ज पर जबलपुर स्टेशन का भी कायाकल्प किए जाने पर चर्चा हुई.
दिव्यांग जनों के लिए स्टेशन पर खास सुविधाएं
बैठक में तय किया गया है कि स्टेशन में भेड़ाघाट और धुआंधार वॉटरफॉल से गिरता हुए झरने से जुड़ी प्रतिकृतियां लगाई जाएंगी इसके अलावा स्टेशन की इमारत को मल्टीलेवल बनाने यात्रियों के लिए रूफ प्लाजा की सुविधा उपलब्ध कराने के साथ ही दिव्यांग जनों के लिए स्टेशन पर अलग से आवागमन का रास्ता तैयार करने के मसले पर अधिकारियों और सांसद के बीच लंबी चर्चा हुई.
बैठक के बाद सांसद राकेश सिंह ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा है कि कोरोना काल में बंद गाड़ियों को दोबारा जल्द शुरू कराया जाएगा उन्होंने दावा किया है कि उनकी कोशिश होगी कि भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन से बेहतर सुविधाएं जबलपुर स्टेशन में उपलब्ध कराई जाए. रेलवे के आला अधिकारियों और सांसद राकेश सिंह के साथ हुई इस बैठक को जबलपुर की रेल सुविधाओं के विस्तार की दिशा में काफी अहम माना जा रहा है. जबलपुर के सर्किट हाउस में हुई इस बैठक में रेल नेटवर्क की मजबूती के अलावा यात्री सुविधाओं के विस्तार और नई टर्मिनल बिल्डिंग से लेकर हाल ही में केंद्रीय बजट में स्वीकृत परियोजनाओं के संबंध में अहम चर्चा की गई.
सांसद राकेश सिंह ने शराब नीति की तारीफ की
बैठक के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए लोकसभा के मुख्य सचेतक और जबलपुर के सांसद राकेश सिंह ने प्रदेश सरकार के द्वारा घोषित नई शराब नीति की जमकर सराहना की उन्होंने कहा है. कि भारतीय जनता ल जनता पार्टी की सरकार जन भावनाओं के अनुरूप काम करती है. और शराब दुकानों और अहातों को लेकर जनता की जो आवाज थी, उसी को ध्यान में रखते हुए प्रदेश की शिवराज कैबिनेट ने शराब परोसने के संबंध में कड़ा निर्णय लिया है.