बिपोरजॉय तूफान (Biparjoy Cyclone) 15 जून को गुजरात के तटीय इलाकों से टकराने वाला है. अनुमान जताया गया है कि ये कच्छ जिले के जखाऊ बंदरगाह से टकराएगा. इसके चलते प्रशासन ने एहतियातन यहां रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेज दिया है. अपने घरों से दूसरी जगह गए लोगों की संख्या 74,345 है. इन इलाकों में डिजास्टर मैनेजमेंट यूनिट्स को भी तैनात कर दिया गया है. ये तूफान के बाद बचाव और राहत का काम करेंगी.
बिपोरजॉय अरब सागर से उठने वाला दूसरा सबसे खतरनाक तूफान है. ये गुजरात की तरफ बढ़ रहा है. इससे पहले सौराष्ट्र और कच्छ के कई इलाकों में जोरदार बारिश हुई. यहां बहुत तेज हवाएं भी चल रही हैं. गुजरात से टकराने पर बिपोरजॉय की रफ्तार 150 किमी प्रति घंटे रहेगी. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने 15 जून की सुबह ये जानकारी दी. मौसम विभाग के अनुसार, गुजरात के अलावा 9 और राज्यों पर चक्रवाती तूफान खतरा बनकर मंडरा रहा है. ये राज्य महाराष्ट्र, गोवा, असम, अरुणाचल प्रदेश, लक्षद्वीप, केरल, कर्नाटक, मेघालय और राजस्थान हैं.
पश्चिम रेलवे ने रद्द की 7 और ट्रेनें
तूफान को देखते हुए पश्चिम रेलवे ने 15 जून की सुबह 7 और ट्रेनों को रद्द कर दिया. एक प्रेस रिलीज के जरिए रेलवे ने बताया कि अभी तक 76 ट्रेनों को रद्द किया जा चुका है. यात्रियों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है. रद्द होने वाली ट्रेनों के यात्रियों को उनकी टिकट के पैसे लौटा दिए जाएंगे.
रिपोर्ट मुताबिक, मई 2021 में तौकते तूफान गुजरात से टकराया था. बिपोरजॉय पिछले दो सालों में यहां आने वाला दूसरा तूफान है. 74,345 लोगों को फिलहाल अस्थायी आश्रयों (टेंपररी शेल्टर्स) में भेजा गया है. ये राज्य के 8 तटीय जिलों में बनाए गए हैं.
करीब 34,000 लोगों को अकेले कच्छ जिले से ही खाली कराया गया है. गुजरात सरकार ने बताया कि जामनगर से 10,000, मोरबी से करीब 9000, राजकोट से 6,089, द्वारका से 5,035, जूनागढ़ से 4,604, गिर सोमनाथ से 1,605 और पोरबंदर से 3,469 लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेजा गया है.
इधर, राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने 14 जून की रात प्रमुख अधिकारियों के साथ बैठक की. वे गांधीनगर में बने स्टेट एमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर पहुंचे थे. मुख्यमंत्री ने स्थिति की जानकारी ली और प्रशासन के अभी तक उठाए गए कदमों की समीक्षा भी की.
रास्ता बदल पाकिस्तान से गुजरात आया बिपोरजॉय
मौसम विज्ञान विभाग ने इससे पहले बताया था कि बिपोरजॉय पाकिस्तान की तरफ जाने वाला था. फिर इसने अपना रास्ता बदल कर पूर्व की ओर रुख कर लिया. इसके चलते अब ये गुजरात और पाकिस्तान के बीच टकराएगा.
11 जून को जारी हुए बुलेटिन में इस बात की जानकारी दी गई थी. बताया गया था कि 14 जून की सुबह तक तूफान के उत्तर की ओर बढ़ने की उम्मीद है. इसके बाद तूफान अपना रास्ता बदल कर उत्तर-पूर्व की तरफ जाएगा. 15 जून की दोपहर तक ये गुजरात में मांडवी और पाकिस्तान में कराची के बीच टकराएगा. इसके सौराष्ट्र से कच्छ और पाकिस्तान के तटों पर टकराने का अनुमान भी है.