मुंबई: महाराष्ट्र में मराठा और ओबीसी कोटा को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच, एनसीपी मंत्री और समता परिषद के संस्थापक, छगन भुजबल ने सोमवार को पूरे भारत में जाति जनगणना कराने की वकालत की। उन्होंने कहा, वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इसके लिए आग्रह करेंगे। समता परिषद की बैठक की अध्यक्षता करने के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए भुजबल ने कहा, “अगर यह जनगणना होती है, तो यह देश के ओबीसी के लिए बहुत फायदेमंद होगी। उन्हें केंद्र से अधिक धन मिलेगा।”
जाति जनगणना के बाद OBC को धन मिलेगा
भुजबल ने कहा,“नरेंद्र मोदी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने हैं। अब हम उनसे जाति जनगणना कराने की अपील करने जा रहे हैं। इसके होनेे से हम न केवल जनसंख्या, बल्कि ओबीसी की स्थिति को भी समझ पाएंगे।” उन्होंने कहा कि ऐसा होने पर ओबीसी को भी धन उपलब्ध होगा, जो वर्तमान में केवल अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए उपलब्ध है।
लालू-अखिलेश पहले ही कर चुके हैं ये मांग
भुजबल की जाति जनगणना की मांग एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार द्वारा पिछले सप्ताह की गई मांग के कुछ दिनों बाद आई है। दिलचस्प बात यह है कि कांग्रेस, एनसीपी और एनसीपी (एसपी) ने जाति जनगणना की जोरदार मांग की है, जबकि भाजपा ने अभी तक इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है। बता दें कि इससे पहले उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव भी ऐसी मांग कर चुके हैं। इतना ही नहीं महगठबंधन की सरकार के दौरान बिहार में जातीय जनगणना का काम भी हो चुका है।