नई दिल्ली। छोटी बचत योजनाओं के निवेशकों के पास खुश होने का एक बड़ा मौका है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS) के लिए अधिकतम जमा सीमा बढ़ाकर 30 लाख रुपये करने और मासिक आय योजना (MIS) के लिए अधिकतम जमा सीमा बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है। इसके बाद इन योजनाओं पर बहुत आकर्षक ब्याज मिल रहा है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS) के लिए अधिकतम जमा सीमा बढ़ाकर 30 लाख रुपये करने का प्रस्ताव दिया। इसके अतिरिक्त, मासिक आय योजना (एमआईएस) के लिए अधिकतम जमा सीमा एकल खाते के लिए 4.5 लाख रुपये से बढ़ाकर 9 लाख रुपये और संयुक्त खाते के लिए 9 लाख रुपये से बढ़ाकर 15 लाख रुपये करने का प्रस्ताव किया है।
इसके अलावा सरकार ने कुछ नई स्कीम भी शुरू की हैं। आइए इनके बारे में जानते हैं।
शुरू हुई ये नई स्कीम
सरकार ने एकमुश्त नई लघु बचत योजना ‘महिला सम्मान बचत पत्र’ भी शुरू की है। छोटी बचत योजनाओं पर भरोसा करने वाले निवेशक इन घोषणाओं से लाभान्वित होंगे, क्योंकि ये योजनाएं नागरिकों को नियमित रूप से बचत करने के लिए प्रोत्साहित करती हैं। उनमें से कुछ नियमित रूप से आय कमाने की अनुमति देती हैं।
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS)
वित्त मंत्री ने वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS) में निवेश की जाने वाली अधिकतम राशि को 15 लाख रुपये से बढ़ाकर 30 लाख रुपये कर दिया है। इससे वरिष्ठ नागरिक अपने एससीएसएस खाते में अधिक पैसा जमा कर सकेंगे और अपनी बचत पर उन्हें पहले से अच्छा ब्याज भी मिलेगा। कोई भी व्यक्ति 60 वर्ष की आयु प्राप्त करने के बाद SCSS में पैसा लगा सकता है। वह व्यक्ति जिसने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) का विकल्प चुना है, वह 55 वर्ष की आयु से योजना में निवेश करने के लिए पात्र है। SCSS पर आयकर (I-T) अधिनियम की धारा 80C के तहत कर लाभ भी दिया जाता है।
यह योजना वरिष्ठ नागरिकों के लिए आय का एक नियमित स्रोत प्रदान करती है। मार्च तिमाही के लिए SCSS के तहत दी जाने वाली ब्याज दर 8 फीसदी है।
मासिक आय योजना (MIS)
बजट 2023 में Monthly Income Scheme के लिए जमा सीमा को 4.5 लाख रुपये से बढ़ाकर 9 लाख रुपये प्रति व्यक्ति करने का प्रस्ताव किया गया है। इससे व्यक्तियों को अपने निवेश से संभावित रूप से उच्च आय अर्जित करने की सहूलियत मिलेगी। संयुक्त खाताधारकों के लिए यह सीमा बढ़ाकर 15 लाख रुपये कर दी गई है।
MIS एक बचत योजना है जो डाक विभाग (DoP) द्वारा जमाकर्ताओं को एक निश्चित मासिक आय के साथ प्रदान की जाती है। जब तक खाता चलता रहता है, निवेशकों को हर महीने ब्याज मिलता रहेगा। इस योजना की ब्याज दर सरकार द्वारा नियमित आधार पर निर्धारित की जाती है। फिलहाल इस योजना पर ब्याज की वर्तमान दर 7.1 प्रतिशत है।
महिला सम्मान बचत प्रमाण पत्र
Mahila Samman Bachat Patra: ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मनाने के लिए महिला निवेशकों के लिए इस योजना की शुरुआत की गई है। यह एक बार निवेश की जाने वाली छोटी बचत योजना है जो मार्च 2025 तक दो साल की अवधि के लिए उपलब्ध कराई जाएगी। इस योजना के तहत, महिलाएं और लड़कियां ब्याज के साथ 2 साल की अवधि के लिए 2 लाख रुपये तक का निवेश कर सकती हैं।
आंशिक निकासी की सुविधा के साथ इस स्कीम पर 7.5 प्रतिशत प्रतिवर्ष की दर से ब्याज दिया जाएगा। इससे महिला निवेशकों को अपने अल्पकालिक वित्तीय लक्ष्यों और जरूरतों के लिए निवेश शुरू करने में मदद मिलेगी।
यह योजना सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojna) से बहुत अलग है। सुकन्या समृद्धि योजना में एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम 1.5 लाख रुपये की निवेश सीमा है और साथ ही 21 साल की लंबी लॉक-इन अवधि भी है। इसके विपरीत महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र निवेश करने का अवसर प्रदान करता है।