नई दिल्ली. भारत बॉर्डर-गास्वकर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया पर हावी है. 4 मैचों की सीरीज में भारत ने शुरुआती 2 मुकाबले जीतकर सीरीज में 2-0 से बढ़त हासिल कर ली है. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सीरीज का तीसरा मुकाबला 1 मार्च से इंदौर में खेला जाएगा. जहां तेज गेंदबाज वार करने वाले हैं. पिछले दोनों मैचों में भारतीय स्पिनर्स ने कहर बरपाया. नागपुर में खेले पहले टेस्ट मैच में रविंद्र जडेजा ने कुल 7 विकेट लिए थे, जबकि आर अश्विन ने कुल 8 विकेट लिए थे.
वहीं मोहम्मद शमी को 3 और मोहम्मद सिराज को एक सफलता मिली थी. वहीं दिल्ली टेस्ट में भी शमी के साथ- साथ स्पिनर जडेजा और अश्विन चले. शमी ने 4 विकेट लिए, तो जडेजा ने 10 विकेट और अश्विन ने 6 विकेट लिए. शुरुआती 2 मैचों में स्पिनर ही छाए रहे, मगर इंदौर में शमी और सिराज कहर बरपाने को तैयार हैं. पिच की मिट्टी देखकर भी उनका हौंसला बढ़ गया होगा.
तेज गेंदबाजों को फायदा
दरअसल इंदौर के होल्कर स्टेडियम की पिच लाल मिट्टी से बनाई गई है, जो इंदौर से करीब 600 किमीं दूर मुंबई से खास मंगवाई गई. लाल मिट्टी की पिच से तेज गेंदबाजों को काफी मदद मिलने की संभावना है. तेज गेंदबाजों को यहां पर अतिरिक्त उछाल मिलेगी. ऐसे में भारत 3 तेज गेंदबाजों के साथ इंदौर में उतर सकता है. जबकि पिछले दोनों मुकाबलों में भारत 3 स्पिनर के साथ उतरा था.
कौन होगा तीसरा तेज गेंदबाज?
इंदौर की पिच से तेज गेंदबाजों को फायदा मिलेगा. अब ये देखना दिलचस्प होगा कि सीरीज जीतने के लिए भारत तीसरे तेज गेंदबाज के रूप में किसे मौका देता है? शमी, सिराज के साथ तिकड़ी कौन बनाएगा. भारत के पास तीसरे तेज गेंदबाज के रूप में जयदेव उनादकट और उमेश यादव 2 विकल्प है. हालांकि तीसरे गेंदबाज की संभावना कम ही नजर आ रही है, क्योंकि अश्विन, जडेजा और अक्षर पटेल बल्ले से भी कमाल कर रहे हैं.
पिछले 4 मैचों में तेज गेंदबाज
इंदौर में तेज गेंदबाज क्या कमाल कर सकते हैं, इसका अंदाजा तो यहां पर खेले गए पिछले 4 रणजी मैचों को देखकर ही लगाया जा सकता है. इंदौर में 10 जनवरी से 8 फरवरी के बीच रणजी ट्रॉफी के 4 मुकाबले खेले गए थे, जहां 4 तेज गेंदबाज 5 विकेट क्लब में शामिल हुए. गुजरात के चिंतन गजा ने पहली पारी में 49 रन पर 6 विकेट लिए थे. त्रिपुरा के राणा दत्ता ने 82 रन देकर 5 विकेट लिए. आंध्र प्रदेश के पृथ्वी राज 26 रन पर 5 विकेट और बंगाल के आकाशदीप ने 42 रन पर 5 विकेट लिए थे.