तुर्की और सीरिया के बाद अब रूस में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. भूकंप के ये झटके रूस के कुरील आइसलैंड पर मंगलवार को स्थानीय समय के अनुसार 6 बजकर 45 मिनट पर महसूस किए गए. भूकंप की तीव्रता 5.3 बताई जा रही है. हालांकि, भूकंप इस झटके में अभी तक किसी भी प्रकार के नुकसान की खबर सामने नहीं आई है.
तुर्की में सोमवार को आए 7.8 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप से अब तक चार हजार से अधिक लोगों की मौत हो गई है. भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों में मदद के लिए भारत सहित कई देशों की सरकारें और सहायता समूह अपने बचाव कर्मी, वित्तीय मदद और उपकरण वहां भेज रहे हैं.
बढ़ सकता है मौत का आंकड़ा
आशंका है कि सोमवार भोर से पहले आए भूकंप और बाद के झटकों से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि बचावकर्मी मंगलवार को भी मलबे में फंसे लोगों की तलाश में जुटे हैं. भूकंप का केंद्र तुर्की के शहर गजियांतेप से करीब 30 किलोमीटर की दूरी पर था. भूकंप प्रभावित क्षेत्रों के लोगों ने शॉपिंग मॉल, स्टेडियम, मस्जिद और सामुदायिक केंद्रों में शरण ली है.
तुर्की की मदद के लिए आगे आए कई देश
तुर्की में विनाशकारी भूकंप के बाद भारत और अमेरिका समेत कई सरकारें मदद के लिए सामने आई हैं. भारत की ओर से एनडीआरएफ की टीमें रवाना कर दी गई हैं. वहीं, अमेरिका ने भी मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया है. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोआन को फोन किया और संकट की इस घड़ी में तुर्की के प्रति संवेदना व्यक्त की तथा सहायता की पेशकश की है.