आनंद अकेला की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट
भोपाल। मंगलवार दोपहर तक मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों के चुनाव परिणाम आ जाएंगे। कई चैनलों के एग्जिट पोल को देखते हुए प्रदेश बीजेपी के खाते में 15 सीटें मिलती दिख रही है। अगर ऐसा रहा तो प्रदेश में शिवराज सरकार बहुमत में आ जाएगी। प्रदेश के उपचुनाव के परिणाम भले की कुछ हो लेकिन एक बात तय है कि मध्यप्रदेश कांग्रेस को आने वाले कुछ दिनों में नया मुखिया अवश्य मिल जाएगा। प्रदेश कांग्रेस मुखिया बनने की रेस में पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल सबसे आगे चल रहे हैं।
मध्यप्रदेश कांग्रेस में उपचुनाव के बाद पार्टी हाईकमान ने नए प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्ति का पूरा प्लान बना लिया है। पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान पीसीसी चीफ कमलनाथ भी अब प्रदेशाध्यक्ष की कुर्सी पर नहीं बैठना चाह रहे हैं। उपचुनाव से पहले ही वो कई बार इस तरह के संकेत भी दे चुके हैं। प्रदेश की सत्ता खोने के बाद से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ नेता प्रतिपक्ष होने के साथ ही अभी प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभाले हुए हैं। वर्ष 2018 के प्रदेश विधानसभा चुनाव से कुछ वक्त पहले ही कमलनाथ को प्रदेश संगठन की कमान सौंपी गई थी। लगभग पंद्रह माह तक मुख्यमंत्री होने के साथ ही वो पीसीसी चीफ भी बने रहे। हालांकि इस दौरान कई बार प्रदेश की कमान बदले जाने की खबरे जोरों पर रही, पर आपसी खींचतान के कारण यह संभव नहीं हो पाया। हालांकि कमलनाथ के नेतृत्व के कारण ही कांग्रेस के 15 वर्षों का वनवास समाप्त हुआ था, पर ज्योतिरादित्य सिंधिया के पाला बदल लेने के कारण सूबे में सत्ता का तख्ता पलट हो गया। एक बार जो विधायकों के टूटने का सिलसिला शुरू हुआ वो अब तक बदस्तूर जारी है। ऐसे में हाईकमान की तरफ से स्पष्ट संकेत दिए जा चुके हैं कि उपचुनाव के बाद जल्द से जल्द प्रदेशाध्यक्ष पर नए चेहरे को जगह दी जाए।
सूत्रों की माने तो कांग्रेस के नए प्रदेशाध्यक्ष की दौर में पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल का नाम सबसे आगे चल रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी अजय सिंह के नाम को लेकर सहमत है। उपचुनाव के दौरान कमलनाथ जिस तरह से अपने ज्यादातर प्रचार अभियान में अजय सिंह राहुल के साथ नजर आए वो प्रदेश में नए समीकरण के भी संकेत दे रहे हैं। इसके अलावा अजय सिंह राहुल की रैलियों में जिस तरह से भीड़ आई वो विंध्य के बाहर भी उनकी लोकप्रियता और सर्वमान्यता देती आ रही है। अपनी आम सभाओं में अजय सिंह राहुल ने जिस तरह से भाजपा की शिवराज सरकार पर हमला किया उससे कई बार भाजपा को अपने बचाव की मुद्रा में आना पड़ा था। इसके अलावा अजय सिंह राहुल की प्रदेश कांग्रेस के साथ ही हाईकमान तक अच्छी पहुंच है। ऐसे में सभी समीकरण को देखते हुए इस बात की प्रबल संभावना है कि प्रदेश कांग्रेस पीसीसी चीफ पद के लिए अजय सिंह राहुल को ही दिया जा सकता है।