नई दिल्ली: आज राष्ट्रपति भवन में एनडीए के संसदीय दल के नेता नरेंद्र मोदी तीसरी बार देश के पीएम पद की शपथ लेंगे। NDA में शामिल तकरीबन हर दल के नेता को उनकी कैबिनेट में जगह मिलेगी। हालांकि NCP इसमें एक अपवाद है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि एनसीपी मोदी कैबिनेट के शपथ ग्रहण में शामिल नहीं होंगी।
जानकारी के मुताबिक, एनसीपी के नेता और राज्यसभा सांसद प्रफुल्ल पटेल और पार्टी नेता सुनीत तटकरे दोनों के बीच ही मंत्री बनने को लेकर टकराव की स्थिति है, जिसके चलते अजित पवार के सामने संकट खड़ा हो गया है। अजित पवार अभी नहीं तय कर पाए हैं कि दोनों में से कौन मंत्री होगा।
पीएम आवास नहीं पहुंचा एनसीपी का कोई नेता
अजित पवार के इस कन्फ्यूजन और प्रफुल्ल-अनिल के बीच टकराव के चलते पीएम आवास में संभावित मंत्रियों के साथ नरेंद्र मोदी की हुई चाय पार्टी में एनसीपी का कोई नेता नहीं पहुंचा था। सुनील तटकरे रायगढ़ लोकसभा सीट से जीते हैं तो वहीं प्रफुल्ल पटेल राज्यसभा के सदस्य हैं।
सूत्रों के अनुसार मनी लॉन्ड्रिंग मामले के कारण बीजेपी एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल को एनडीए सरकार में मंत्री बनाने की इच्छुक नहीं है। सुनील तटकरे एनसीपी के अकेले लोकसभा सांसद हैं। जिन्हें मंत्री पद दिया जा सकता है, लेकिन दिल्ली में उनकी पार्टी के नेता ने उनका नाम रोक दिया है। इसके पीछे प्रफुल्ल पटेल बताए जा रहे हैं।
अजित पवार लेंगे आखिरी फैसला
अब कहा जा रहा है कि इस पूरे मामले में अजित पवार को फैसला लेना होगा। लोकसभा चुनाव परिणामों के बाद प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे एनडीए की पहली बैठक में शामिल हुए थे। इसकी तस्वीरें भी सामने आई थीं। दोनों नेताओं ने पीएम मोदी के साथ चर्चा भी थी।
इसके बाद जब संसदीय दल की बैठक सेंट्रल हाल में हुई थी। तब खुद अजीत पवार वहां पहुंचे थे। एनसीपी को मंत्रिमंडल में एक मंत्री पद मिला था, लेकिन प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे को लेकर पार्टी के अंदर विवाद होने पर किसी को जगह नहीं मिल पाई थी।