लखनऊ। समाजवादी पार्टी में मुरादाबाद, रामपुर के बाद अब मेरठ में भी घमासान मचा हुआ है। समाजवादी पार्टी एक बार फिर प्रत्याशी बदल सकती है। अखिलेश ने पहले भानु प्रताप का टिकट काटकर अतुल प्रधान को मेरठ का प्रत्याशी बनाया। अब सियासी गलियारों में चर्चा है कि सपा अतुल प्रधान का भी टिकट काटने की तैयारी में है। चर्चा है समाजवादी पार्टी अब योगेश वर्मा की पत्नी सुनीता वर्मा को मेरठ लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाने की तैयारी में है। इसको लेकर खूब चर्चा हो रही है। हालांकि इस बारे में पार्टी ने अभी आधिकारिक रूप से कोई घोषणा नहीं की है। नामांकन का आज आखिरी दिन है। देखना दिलचस्प होगा आखिर में सपा किसको प्रत्याशी बनती है।
नामांकन प्रक्रिया के चौथे दिन बुधवार को विधायक अतुल प्रधान समाजवादी पार्टी से नामांकन पत्र दाखिल करने पहुंचे। सपा विधायक अतुल प्रधान ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। हालांकि सिंबल नहीं मिला है। अतुल प्रधान ने टिकट काटने की चर्चा पर कहा कि टिकट कटा तो विधायक पद से इस्तीफा दूंगा। हालांकि बाद में अतुल प्रधान ने कहा कि जो राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी का निर्णय है, वो स्वीकार है ! जल्द ही साथियों से बैठकर बात करेंगे। अतुल प्रधान ने मीडिया से कहा कि समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी का वह प्रचार करेंगे । राष्ट्रीय अध्यक्ष का जो फैसला है वह मुझे मान्य है । इधर-उधर जो खबरें हैं उड़ रही है वह भ्रामक और पूरी तरह से झूठी हैं । मैं समाजवादी पार्टी का था , हूं और रहूंगा। आप मुझे मेरठ की सड़कों पर प्रचार करते हुए पाएंगे
मुरादाबाद और रामपुर में भी सपा ने बदल चुकी है प्रत्याशी
मेरठ से पहले मुरादाबाद और रामपुर लोकसभा सीट पर प्रत्याशी के चयन को लेकर सपा में घमासान हुआ है। हाईवोल्टेज ड्रामा चला। इसके बाद पटाक्षेप हुआ। मुरादाबाद सीट पर आजम खान की चली। मुरादाबाद से आजम खान की करीबी रुचि वीरा सपा प्रत्याशी बनी। रामपुर में अखिलेश आजम के चक्रव्यूह को तोड़ते आगे निकले और अपनी सुनते हुए मोहिब्बुल्लाह नदवी को प्रत्याशी बनाया। हालांकि रामपुर में गुटबाजी व खींचतान में मोहिब्बुल्लाह नदवी को कितना सहयोग मिलेगा और अपनों के बीच बेगाने साबित होंगे या आजम खान के इशारे पर रामपुर के सपा यूनिट उन्हें जिताने में जुट जाएगी- यह सवाल अब अहम है।