नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री मोहन यादव की अगुवाई वाली कैबिनेट का आज सोमवार को दूसरा विस्तार कर दिया गया. राजभवन में आयोजित एक कार्यक्रम में मोहन यादव सरकार में सिर्फ एक विधायक को मंत्री बनाया गया. कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में आए रामनिवास रावत को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. हालांकि शपथ ग्रहण के दौरान थोड़ी असमंजस की स्थिति हो गई, ऐसे में उन्हें 2 बार पद की शपथ लेनी पड़ी.
हुआ यह कि रामनिवास रावत ने आज पहले राज्य मंत्री पद की शपथ ली. इसके बाद यह कन्फ्यूजन हो गया कि वो राज्य मंत्री बने हैं या कैबिनेट मंत्री? फिर जानकारी हासिल की गई तो पता चला कि उन्हें कैबिनेट मंत्री की शपथ लेनी थी, लेकिन शपथ राज्य मंत्री के रूप में ले ली है. इसके बाद कैबिनेट मंत्री के लिए उन्हें फिर से शपथ दिलाई गई.
6 बार के विधायक हैं रामनिवास
इससे पहले सीएम मोहन यादव ने कल रविवार शाम राजभवन में राज्यपाल मंगूभाई पटेल से मुलाकात की थी. तब सूत्रों ने बताया था कि सोमवार सुबह 9 बजे होने वाले कैबिनेट विस्तार कराया जाएगा. हालांकि, कल कैबिनेट में कितने नए लोगों को शामिल किया जाएगा, इसका खुलासा नहीं किया गया था, लेकिन दावा यह भी किया जा रहा था कि एक ही नए सदस्य को मंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी.
मोहन यादव कैबिनेट में श्योपुर जिले के विजयपुर विधानसभा सीट से 6 बार विधायक रहे रामनिवास रावत को कैबिनेट में शामिल किया गया है. रावत करीब 2 महीने 30 अप्रैल को लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो गए थे.
MLA पद से इस्तीफा दे सकते हैं रावत
रामनिवास रावत को भले ही सत्तारूढ़ बीजेपी में शामिल हुए 2 महीने से अधिक हो गए, लेकिन उन्होंने अभी तक कांग्रेस विधायक के तौर पर एमपी विधानसभा से इस्तीफा नहीं दिया है. हालांकि बीजेपी से जुड़े सूत्रों की ओर से बताया गया कि ऐसी संभावना है कि मंत्री पद की शपथ लेने के बाद रामनिवास कांग्रेस विधायक के तौर पर अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं.
मंत्री बनने के बाद रावत विधायक पद से विधानसभा स्पीकर को अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं. इसके बाद उनकी विधानसभा सीट पर दोबारा चुनाव कराया जाएगा.