नई दिल्ली: अमेरिकी सरकार ने इस्लामोफोबिया से निपटने के लिए पहली राष्ट्रीय रणनीति का ऐलान किया है। इसमें 100 से अधिक कदम बताए गए हैं, जिनके जरिए अमेरिकी अधिकारी मुसलमानों और अरब अमेरिकियों के खिलाफ नफरत, हिंसा, पूर्वाग्रह, भेदभाव को रोकने का प्रयास करेंगे। बता दें, नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह से कुछ सप्ताह पहले 64 पृष्ठों का यह दस्तावेज आया है। ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान कुछ मुस्लिम बहुल देश के लोगों की यात्रा प्रतिबंध लगाया था, जिसे बाइडन ने पदभार ग्रहण करने के पहले दिन हटाया था।
2023 में बाइडन ने पेश किया था प्रस्ताव
यह प्रस्ताव यहूदी विरोधी भावना से लड़ने के लिए समान राष्ट्रीय योजना का पालन करता है। मई 2023 में राष्ट्रपति जो बाइडन ने प्रस्ताव को पेश किया था। दरअसल, अमेरिकी यहूदियों में बढ़ती नफरत और भेदभाव की आशंकाएं बढ़ रही थीं।
अमेरिकी मुस्लिम और अरब समुदाय के खिलाफ बढ़े हैं खतरे
बाइडन प्रशासन ने रणनीति की घोषणा करते हुए कहा कि बीते एक साल में यह पहल और महत्वपूर्ण हो गई है, क्योंकि अमेरिकी मुस्लिम और अरब समुदायों के खिलाफ खतरे बढ़े हैं। इसमें कहा गया है कि इसमें अक्टूबर 2023 में छह वर्षीय वादी अल्फायूमी की हत्या शामिल है, जो फिलिस्तीनी मूल का अमेरिकी मुस्लिम लड़का था। उसकी इलिनोइस में चाकू गोद कर हत्या कर दी गई थी। योजना में कार्यकारी शाखा द्वारा की जा सकने वाली कार्रवाइयों की विस्तृत जानकारी है। साथ ही कार्रवाई के लिए 100 से अधिक अन्य आह्वान भी किए गए हैं।
रणनीति में चार प्राथमिकताएं शामिल
इस रणनीति की चार बुनियादी प्राथमिकताएं हैं। इसमें मुसलमानों और अरबों के खिलाफ नफरत के प्रति जागरुकता बढ़ाना, इन समुदायों की विरासतों को व्यापक रूप से पहचानना है। उनकी सुरक्षा-संरक्षा में सुधार करना शामिल है। उनके खिलाफ भेदभाव रोकने के लिए काम कर मुस्लिम और अरब धार्मिक प्रथाओं को उचित रूप से समायोजित करना है। नफरत के मुकाबले के लिए समुदायों के बीच एकजुटता को प्रोत्साहित करना है।
बाइडन ने शिकागे के लड़के पर हमले को बताया घृणित कृत्य
रणनीति की प्रस्तावना में बाइडन ने शिकागो के लड़के और उसकी मां पर हुए हमलों को घृणित कृत्य बताया और मुस्लिम-विरोधी और अरब-विरोधी घृणा अपराधों, भेदभाव में वृद्धि का उल्लेख किया। इन्हें गलत और अस्वीकार्य बताया।
सम्मान से जीने के हकदार : बाइडन
बाइडन ने लिखा है-मुसलमान और अरब अपने साथी अमेरिकियों के साथ सम्मान से जीने और हर अधिकार का आनंद लेने को हकदार हैं। ऐसी नीतियां, जो पूरे समुदायों के खिलाफ भेदभाव का परिणाम देती हैं, वो गलत हैं। हमें सुरक्षित रखने में विफल हैं।