नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार (22 सितंबर) को कहा कि आतंकवाद खत्म होने तक केंद्र सरकार पाकिस्तान से कोई बातचीत नहीं करेगी. जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव से पहले नौशेरा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए, शाह ने नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस सहित विपक्ष की मांग के अनुसार घाटी में अनुच्छेद 370 को रद्द करने पर जोर दिया.
फारूक अब्दुल्ला पर हमला बोलते हुए शाह ने कहा, ‘फारूक अब्दुल्ला कहते हैं कि वे अनुच्छेद 370 वापस लाएंगे. फारूक साहब, कोई भी अनुच्छेद 370 वापस नहीं ला सकता. अब बंकरों की जरूरत नहीं है क्योंकि कोई भी गोली चलाने की हिम्मत नहीं कर सकता. अगर वहां से गोली आई तो गोली का जवाब गोले से दिया जाएगा. ये शेख अब्दुल्ला का झंडा वापस लाना चाहते हैं. जम्मू-कश्मीर में सिर्फ हमारा तिरंगा लहराएगा. 30 साल तक जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद जारी रहा, 30 साल में 3000 दिन कर्फ्यू लगा रहा. फारूक साहब, आप उन दिनों कहां थे? मैं आपको बता दूं, जब कश्मीर जल रहा था, फारूक साहब आराम से लंदन में छुट्टियां मना रहे थे.’
आजाद नहीं घूमेगा कोई भी आतंकवादी
अमित शाह ने आगे कहा, ‘वे चाहते हैं कि हम पाकिस्तान के साथ बातचीत करें. मैं स्पष्ट कर दूं कि जब तक आतंकवाद खत्म नहीं हो जाता, हम पाकिस्तान के साथ कोई बातचीत नहीं करेंगे. वे आतंकवादियों को जेलों से छुड़ाना चाहते हैं. मोदी आए और हमने एक-एक करके आतंकवादियों का सफाया कर दिया. किसी भी आतंकवादी या पत्थरबाज को जेल से रिहा नहीं किया जाएगा. बीजेपी आपको आश्वासन देती है, कोई भी आतंकवादी जम्मू-कश्मीर में आजाद नहीं घूमेगा.’
शाह ने विपक्ष की तरफ से उठाए गए आरक्षण के मुद्दे पर प्रकाश डाला और आरोप लगाया कि कांग्रेस, एनसी और पीडीपी ने पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को आरक्षण से वंचित किया, इसके बावजूद पीएम मोदी ने आरक्षण सुनिश्चित किया.