नई दिल्ली: बड़े पैमाने पर आईटी आउटेज ने वैश्विक स्तर पर व्यवसायों और महत्वपूर्ण सेवाओं को अस्त-व्यस्त कर दिया है, जिसमें Microsoft Azure और Microsoft 365 सर्विस समेत कई लैपटॉप की बुरी तरह से प्रभावित किया। इन सबके पीछे साइबर सिक्योरिटी प्रोवाइडर क्राउडस्ट्राइक का एक बग वाले अपडेट को माना गया है, जिसने लाखों विंडोज पीसी और सर्वर को प्रभावित किया। चलिए इस पूरे मामले को 5 प्वाइंट में समझते हैं।
एक अपडेट से क्या-क्या हुआ बंद
क्राउड स्ट्राइक के अपडेट के कारण माइक्रोसॉफ्ट ग्लोबल आउटेज में, दुनिया भर में उड़ानें, शेयर बाजार और बैंकिंग संचालन सहित कई सर्विस को प्रभावित किया। इस ग्लोबल आउटेज से देश-विदेश की एयरलाइन्स, क्लाउड सर्विस, माइक्रोसॉफ्ट सर्विस, माइक्रोसॉफ्ट Azure सर्विस और Microsoft 365 ऐप्स, और PC यूजर्स प्रभावित हुए। वहीं मीडिया कम्पनियां भी इससे संघर्ष कर रही थीं। आउटेज से ब्रिटेन के स्काई न्यूज का न्यूज प्रोडकास्ट बंद हो गया। ऑस्ट्रेलिया के एबीसी ने भी इसी तरह की समस्या का सामना किया।
ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ (BSOD)
माइक्रोसॉफ्ट और अमेरिकी साइबर सिक्योरिटी फर्म क्राउडस्ट्राइक में टेक्नीकल ग्लिच के कारण लाखों माइक्रोसॉफ्ट विंडोज यूजर्स को “ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ” का सामना करना पड़ा, जिससे उनके कंप्यूटर ऑटोमेटिक रूप से बंद और चालू हो रहे थे। इसे BSOD एरर कहा जाता है। ऐसा तब होता है जब सिस्टम बुरी तरह से क्रेश होता है।
सेंसर कॉन्फिगरेशन में गड़बड़ी से हुआ आउटेज
क्राउडस्ट्राइक ने खुलासा किया कि ग्लोबल आईटी आउटेज जिसने दुनिया भर में परिवहन, वित्त और चिकित्सा उद्योगों को प्रभावित किया, वह विंडोज के लिए सेंसर कॉन्फिगरेशन अपडेट में गड़बड़ी के कारण हुआ था। हालांकि, समस्या को हल कर लिया गया है और चीजों को पहले जैसा करने में समय लग सकता है। क्राउडस्ट्राइक के सीईओ ने इसको लेकर माफी भी मांगी है। वहीं क्राउडस्ट्राइक ने आश्वासन दिया कि यह कोई साइबर अटैक नहीं है, जिसकी कई लोगों को आशंका थी।
भारत में क्या हुआ असर
माइक्रोसॉफ्ट की सर्विस बंद होने से भारत में कई हवाई अड्डों ने यात्रियों को हाथ से लिखे बोर्डिंग पास जारी किए गए। बेंगलुरु, मुंबई और हैदराबाद हवाई अड्डों पर इंडिगो की कई उड़ानें रद्द की गईं और उनका समय बदला गया। वहीं लाखों यूजर्स जो माइक्रोसॉफ्ट विंडोज का इस्तेमाल कर रहे थे उनके लैपटॉप पर BSODs (नीली स्क्रीन) रन कर रहा था और उनका काम प्रभावित हुआ। भारत सरकार ने इसके लिए एडवाइजरी भी जारी की थी। वहीं केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसके लिए एक्स पर ट्वीट भी किया था।
क्राउडस्ट्राइक, एक साइबर सिक्योरिटी कंपनी है, जो माइक्रोसॉफ्ट जैसी बड़ी-बड़ी कंपनियों को सर्विस देती है। क्राउडस्ट्राइक पहले लगभग 83 बिलियन डॉलर के मार्केट कैप तक पहुंच चुका है। क्राउडस्ट्राइक के के दुनियाभर में करीब 30,000 ग्राहक हैं। फॉर्च्यून 500 कंपनियों में से आधे से ज्यादा और कई सरकारी निकाय भी क्राउडस्ट्राइक के सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करती हैं।