बेंगलुरू। क्या कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी नया मुख्यमंत्री नियुक्त करने जा रही है? यह सवाल मौजूदा मुख्यमंत्री बीएस यदियुरप्पा के नए बयान के बाद उठने लगा है। बीएस यदियुरप्पा को दोबारा कर्नाटक का मुख्यमंत्री बने हुए 26 जुलाई को 2 साल हो रहे हैं और उन्होंने बयान दिया है कि 26 जुलाई को 2 साल पूरे होने के मौके पर कर्नाटक में एक विशेष कार्यक्रम रखा गया है और उसके बाद वे दिल्ली जाएंगे और दिल्ली में पार्टी का शीर्ष नेतृत्व जो निर्देश देगा उसका पालन करेंगे।
लिंगायत समुदाय के नेता येदियुरप्पा (78) ने यह भी कहा कि पार्टी आलाकमान कर्नाटक के मुख्यमंत्री के तौर पर उनके भविष्य के बारे में 25 जुलाई को उन्हें निर्देश देगा। येदियुरप्पा सरकार के दो साल 26 जुलाई को पूरे हो जाएंगे
यदियुरप्पा ने कहा है कि वे आगे भी पार्टी को मजबूत करने के लिए काम करते रहेंगे, उन्होंने कहा कि आम तौर पर भारतीय जनता पार्टी में 75 वर्ष आयु पूरी होने पर किसी व्यक्ति को मुख्यमंत्री के पद पर नियुक्त नहीं किया जाता लेकिन उनकी आयु 3 साल अधिक हो चुकी थी और इसके बावजूद पार्टी ने उन्हें काम करने का मौका दिया है जिसके लिए वे पार्टी के आभारी हैं।
येदियुरप्पा के पिछले हफ्ते दिल्ली दौरे ने यह सवाल खड़े कर दिए थे कि क्या पार्टी उन्हें हटाने की योजना पर काम कर रही है। दिल्ली में उन्होंने राष्ट्रीय नेतृत्व से मुलाकात की थी। हालांकि राष्ट्रीय राजधानी से लौटते वक्त येदियुरप्प ने उन अटकलों को खारिज कर दिया था कि उन्हें हटाया जा रहा है और कहा था कि केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें पद पर बने रहने को कहा है। येदियुरप्पा ने बृहस्पतिवार को कहा कि पार्टी को मजबूत करना तथा सत्ता में लाना उनका कर्तव्य है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से किसी भी भ्रम में न रहने और उनके साथ सहयोग करने को कहा।
येदियुरप्पा को हटाए जाने के कयासों के बीच पार्टी के रुख से इतर जाकर नेता, मठाधीश, धर्माध्यक्ष उनका समर्थन कर रहे हैं। वीरशैव-लिंगायत समुदाय के नेता और धर्माध्यक्ष, अखिल भारतीय वीरशैव महासभा ने येदियुरपा को समर्थन देने की घोषणा की है और उनसे मुख्यमंत्री के पद पर बने रहने का अनुरोध किया है। साथ ही चेतावनी दी है कि अगर उन्हें हटाया गया तो भाजपा को ‘‘खराब नतीजे’’ भुगतने पड़ेंगे।
खबर इनपुट एजेंसी से