देहरादून: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने सहायक लेखाकार भर्ती परीक्षा को रद्द कर दिया है। बता दें कि सहायक लेखाकार भर्ती में 662 पदों के लिए 23000 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। सबसे चौंकाने वाली बात तो यह है कि इतने बड़े स्तर पर हो रही परीक्षा के अंदर एक नहीं दो नहीं बल्कि 400 प्रश्न गलत निकले। जी हां, इस बड़ी लापरवाही की वजह से भर्ती परीक्षा को रद्द कर दिया गया है। अब अभ्यर्थियों को वापस से यह परीक्षा देनी पड़ेगी। इससे ना केवल उनका समय बर्बाद हो रहा है बल्कि उनकी मेहनत भी बर्बाद हो गई है। बता दें कि रिक्त पदों के लिए 23 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था।
इससे सरकार के ऊपर भी तमाम सवाल खड़े हो गए हैं। क्या सरकार वाकई युवाओं को रोजगार देना चाहती है। 400 प्रश्न गलत पाए जाने पर उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने पिछले साल सितंबर में कराई सहायक लेखाकार भर्ती परीक्षा रद्द कर दी है। इसमें 400 प्रश्न बारात निकले थे, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद परीक्षा को रद्द कर दिया गया। दरअसल 5 फरवरी 2021 को उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने सहायक समीक्षा अधिकारी, लेखाकार, सहायक लेखाकार, कैशियर, लेखा परीक्षक, कार्यालय सहायक के 662 पदों पर भर्ती के लिए 5 फरवरी को विज्ञप्ति जारी की थी और इन रिक्त पदों के लिए 23 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। सितंबर में परीक्षा का आयोजन हुआ और परीक्षा के बाद हजारों अभ्यर्थियों ने पूछे गए प्रश्नों को लेकर बड़े सवाल उठाए और आयोग से शिकायत की। आगे पढ़िए
अभ्यर्थियों के बढ़ते विरोध को देखते हुए आयोग ने विशेषज्ञों से प्रश्न पत्रों का निरीक्षण कराया जिसकी रिपोर्ट आने के बाद परीक्षा को रद्द कर दिया गया। बता दें कि 23 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था और आवेदन की जांच के बाद इस परीक्षा के लिए 18,640 अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र जारी किए गए थे। ऑनलाइन हुई परीक्षा के लिए देहरादून में छह, नैनीताल में चार, हरिद्वार में तीन, पौड़ी गढ़वाल में दो, चमोली, उत्तरकाशी,अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, चंपावत एवं बागेश्वर में एक-एक परीक्षा केंद्र बनाए गए थे।
ऑनलाइन परीक्षा 12 से 14 सितंबर 2021 के बीच में छह पालियों में कराई गई थी और 3 दिन चली इस परीक्षा में 9,341 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। परीक्षा के बाद सभी अभ्यर्थियों ने विरोध करना शुरू कर दिया था और अभ्यर्थियों ने परीक्षा की सभी पालियों के प्रश्न पत्रों की जांच की मांग उठाई थी जिसके बाद आयोग ने विशेषज्ञों की राय लेने का निर्णय लेते हुए सभी प्रश्न पत्रों का परीक्षण किया तो कई तरह की त्रुटियां सामने आईं जिन को रेखांकित करते हुए 2 दिन पहले ही उन्होंने आयोग को अपनी रिपोर्ट सौंपी और उसमें 400 प्रश्न गलत निकले। इस बड़ी लापरवाही को देखते हुए आयोग ने भर्ती परीक्षा रद्द कर दी है।