हरिद्वार. हिंदू कैलेंडर का पांचवा महीना श्रवण मास यानी सावन का महीना शुरू होने वाला है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार उत्तराखंड पर आपदा आने वाली है. ऐसे में जब शनि, राहु और केतु अगले 5 महीने तक वक्रीय हो जाएंगे, जिसका प्रभाव कई राशियों पर पड़ेगा. इस दौरान जातकों को बहुत सी परेशानियों और संकटों का सामना करना पड़ सकता है. उत्तराखंड की बात करें तो 9 नवंबर 2000 को प्रदेश का गठन हुआ था. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार उत्तराखंड की राशि मीन है. ये बातें हरिद्वार के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित मनोज कुमार त्रिपाठी ने कहीं.
पंडित मनोज त्रिपाठी ने कहा कि मीन राशि के लिए शनि की उल्टी चाल काफी कष्टकारी होनेवाली है. मीन राशि का होने की वजह से प्रदेश को आपदाओं के दौर से गुजरना पड़ सकता है. लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री का धर्मपरायण होना प्रदेश के लिए काफी लाभकारी साबित होगा. उत्तराखंड को इसका लाभ मिलेगा.
ज्योतिषाचार्य पंडित मनोज कुमार त्रिपाठी बताते हैं कि श्रावण मास यानी सावन का महीना प्रदेश के लिए कष्टकारी होगा. इसके शुरू होते ही किसी आपदा के होने की आशंकाएं ज्यादा बढ़ गई हैं. आपदा से निबटने के लिए सरकार को पहले से तैयारियां रखनी चाहिए. प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी केदारनाथ के दर्शन कर वहां भगवान का अभिषेक, पूजन आदि करेंगे तो पूरे प्रदेश को इसका अच्छा लाभ मिलेगा.
ज्योतिषाचार्य ने कहा कि जहां अन्य राज्यों में छत्र भंग आदि देखने को मिल सकता है, वहीं उत्तराखंड के मंत्रिमंडल का विस्तार होने की संभावनाएं ज्यादा बनती नजर आ रही हैं. मंत्रिमंडल में कई नए और पुराने चेहरों को जगह मिल सकती है. ज्योतिषाचार्य पंडित मनोज कुमार त्रिपाठी बताते हैं कि कुछ निवर्तमान और कद्दावर मंत्रियों पर शनि वक्री है. उन पर शनि की क्रूर दृष्टि पड़ने वाली है, जिससे उन्हें काफी नुकसान होगा.