अयोध्या : अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. अयोध्या का आज चौतरफा विकास हो रहा है. अंतर्राष्ट्रीय श्री राम एयरपोर्ट बनकर के तैयार है. अयोध्या का रेलवे स्टेशन भी तैयार है. यह सब कुछ राम मंदिर मॉडल की तर्ज पर बनाया गया है यानी की पूरी अयोध्या को राम मय किया गया है. जिससे अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को एयरपोर्ट यह फिर रेलवे स्टेशन पर पहुंचते ही उनको अयोध्या पूरी तरह से राम मय लगे.
अयोध्या को पूरी तरह से राम मय बनाया जा रहा है, जिसके लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 दिसंबर को अयोध्या रहे हैं. अंतर्राष्ट्रीय श्रीराम एयरपोर्ट और अयोध्या के रेलवे स्टेशन का उद्घाटन करेंगे और अब राम भक्त हवाई यात्रा करके अयोध्या आ सकेंगे. ऐसे में प्राण प्रतिष्ठा से पहले अयोध्या के साधु संतों और युवाओं के मन में क्या है, 500 वर्षों के संघर्ष के बारे में अयोध्यावासी क्या सोचते हैं. आपको बताते हैं.
संतों ने और युवाओं ने क्या कहा
अयोध्या के संतों और युवाओं ने कहा कि जब भगवान श्री राम लला सरकार 14 वर्ष का वनवास काट करके अयोध्या आ रहे थे तो उस समय अयोध्या वासी अयोध्या को पूरी तरह सेसजा रखा थी और भगवान राम के स्वागत की तैयारी चल रही थी, दीपक जल रहे थे. उसी प्रकार 22 जनवरी 2024 को प्राण प्रतिष्ठा में भगवान श्री राम लला वनवास काट करके और अपनी सिंहासन पर विराजमान हो रहे हैं और संत समाज 14 जनवरी से 22 जनवरी तक अपने सभी मठ मंदिरों में अनुष्ठान और कीर्तन करते रहेंगे. युवाओं ने भी कहा कि अयोध्या का चौतरफा विकास हो रहा है.
500 वर्षों का खत्म हुआ इंतजार
अयोध्या बदलने के साथ-साथ जो पहले लोगों की भगवान श्री राम के प्रति जो एक सोच थी, एक धारणा थी, अब वह भी बदल रही है. जो भगवान राम को काल्पनिक बताते थे, अब वह भी अयोध्या आने के लिए निमंत्रण का इंतजार कर रहे हैं. उनको भी निमंत्रण भेजा गया है. युवाओं का कहना है कि हमेशा हम लोगों के मन में यह भी आता था कि हमारे पूर्वजों ने जो 500 वर्षों का संघर्ष राम मंदिर के लिए किया है. क्या हम लोग भगवान राम को अपने मंदिर में विराजमान होते हुए देख पाएंगे या नहीं या फिर हम लोगों को भी यह संघर्ष करना पड़ेगा.