आनंद अकेला की विशेष रिपोर्ट
खजुराहो/सीधी। बघेली फिल्मों के सुपर स्टार अविनाश तिवारी की तीन फिल्में खजुराहों में चल रहे अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के लिए चयनित की गई है। सामाजिक जागरुकता का संदेश देती यह फिल्में बघेली भाषा में अविनाश फिल्म्स प्रोडक्शन के बैनर तले बनी है। जबकि एक शार्ट फिल्म विंध्या फिल्म के बैनर तले निर्मित हुई है।
खजुराहो के दक्षिण मध्यक्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र नागपुर के शिल्पग्राम परिसर के मुक्ताकाशी मंच पर छठवें खजुराहो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। 17 से 23 दिसंबर तक चलने वाले इस अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में कई देशों की फिल्में दिखाई जाएंगी। कोरोना गाइडलाइंस के कारण इस बार आयोजन में केवल फिल्म से जुड़े लोगों को प्रवेश की अनुमति हैं। जबकि अंतरराष्ट्रीय मंच में दिखाई जाने वाली यह फिल्में इस बार वर्चुअल माध्यम से प्रदर्शित की जा रही है। यह सभी फिल्में खजुराहों के प्रसिद्ध 12 टपरा टाकीज में दिखाई जा रही है।
खुजराहों में चल रहे इस अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में स्थानीय भाषा की कैटेगरी में बघेली भाषा की चार फिल्मों का चयन किया गया है। जिसमें से तीन फिल्में बघेली भाषा के सुपरस्टार अविनाश तिवारी की है जबकि एक फिल्म विंध्या फिल्म्स की है। इस चारों ही फिल्मों का प्रीमियर रविवार को किया गया। बघेली भाषा की इन फिल्मों को लोग खूब सराह रहे हैं।
अविनाश फिल्म्स की ये हैं फिल्में
खजुराहों में चल रहे अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में अभिनेता, गायक, फिल्म निर्माता और निर्देशक अविनाश तिवारी की तीन फिल्मों का चयन किया गया है। ये तीनों ही फिल्में बघेलखंड के परिदृश्य में बनी सामाजिक जागरुकता का संदेश देती है। इसमें वर्ष 2019 में बनीं फिल्म शौचालय एक प्रेम कथा तथा वर्ष 2020 में बनी फिल्म ई हैं आवास योजना और रेप हुआ ही नहीं है। इन तीनों ही फिल्मों में मुख्य भूमिका में अभिनेता के रूप में अविनाश तिवारी है।
शौचालय एक प्रेम कथाः
अविनाश फिल्म्स की शौचालय एक प्रेमकथा की पूरी कहानी एक ग्रामीण परिदृश्य में फिल्माई गई है। जिसमें लड़के का पिता पुरानी परंपराओं के कारण घर में शौचालय के निर्माण के सख्त खिलाफ है, पर घर के अन्य सदस्य आज के परिदृश्य में इसे जरूरी मानते हैं। यह फिल्म यूट्यूब में जबरदस्त हिट रही है। यूट्यूब में इस फिल्म को अब तक लगभग 25 लाख बार देखा जा चुका है।
शौचालय एक प्रेम कथा को यूट्यूब में देखने के लिए यहां क्लिक करें।
ई आय आवास योजनाः
अविनाश फिल्म्स की दूसरी फिल्म है ई आय आवास योजना। यह फिल्म सरकार और ग्रामीण स्तर पर हो रहे भ्रष्टाचार की कहानी को उजागर करती है। साथ ही यह भी बताती है कि कैसे सरकार की एक अच्छी योजना का लाभ खराब सिस्टम और पंचायत स्तर पर हो रहे भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाती है। इस फिल्म को अब तक यूट्यूब में आठ लाख बार देखा जा चुका है। ई है आवास योजना फिल्म को यूट्यूब में नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें देखा जा सकता है।
ई आय आवास योजना फिल्म को यूट्यूब में देखने के लिए यहां क्लिक करें।
रेप हुआ ही नहीं:
अविनाश फिल्म्स की यह शार्ट फिल्म 15 सितंबर को यूट्यूब में लांच की गई थी। यह फिल्म बहुत ही मार्मिक है। साथ ही इक्कीसवीं सदी के इस दौर में आज भी महिलाओं खासतौर से लड़कियों को किस तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है उसको बहुत ही मार्मिक ढंग से फिल्माया गया है। इस शार्ट फिल्म की मुख्य अभिनेत्री शैलू शर्मा ने फिल्म में राधा नाम की लड़की का रोल निभाया है। फिल्म में उनके अभिनय की जमकर सराहना हुई है। साथ ही फिल्म यह भी बताती है कि आज भी समाज के डर से लड़कियों के साथ बलात्कार जैसी घृणित अपराध होने के बाद भी उन्हें ही दोषी माना जाता है, और दोषी को सजा दिलाने की जगह घटना को छुपाया जाता है जिस कारण अपराधी के हौसले बुलंद होते जाते हैं। इस शार्ट फिल्म को अब तक यूट्यूब में एक लाख बीस हजार से ज्यादा बार देखा जा चुका है।
रेप हुआ ही नहीं शार्ट फिल्म को यूट्यूब में देखने के लिए यहां क्लिक करें।
देश:
खजुराहो अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में बघेली भाषा की चौथी शार्ट फिल्म है देश। यह शार्ट फिल्म विंध्या फिल्म्स के बैनर तले बनाई गई है। इस फिल्म में देश के वर्तमान हालात के बारे में जानकारी दी गई है। फिल्म की कहानी से देश से जुड़े सभी मुद्दों को उकेरा गया है। देश के लिए आज छेड़खानी और आतंकवाद जैसा मुद्दा कैंसर का काम कर रहा है उसे बहुत ही शानदार तरीके से इस शार्ट फिल्म में प्रस्तुत किया गया है। शार्ट फिल्म में मुख्य कलाकार की भूमिका में नवीन तिवारी, अंबर त्रिपाठी और अभिनेत्र चौबे हैं।
देश शार्ट फिल्म को यूट्यूब में देखने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।
दर्शक ही मेरे भगवान है: अविनाश तिवारी
नेशनल फ्रंटियर से विशेष बातचीत में बघेली सुपरस्टार अविनाश तिवारी ने कहा कि आज अगर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेरी फिल्मों का चयन हुआ है तो इसमें पूरा योगदान दर्शकों का रहा है। दर्शकों ने ही मुझे हमेशा बेहतर करने के लिए प्रेरित किया है। दर्शक ही मेरे भगवान है। मैं जागरुकता का संदेश देने वाली फिल्में बनाता आ रहा हूं, मेरी कोशिश रहेगी की आगे इसी तरह से बघेली भाषा में जनजागरुकता की खबरें बनाता रहूं।
प्रदीप कुमार तिवारी के इनपुट के साथ।