नई दिल्ली: मेलबर्न टेस्ट के अंतिम दिन भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल को आउट देने वाला फैसला चर्चा का विषय रहा है। अब भी उस निर्णय को लेकर बातें उठ रही हैं। जायसवाल को विकेट के पीछे कैच की अपील पर थर्ड अंपायर ने आउट दिया था।
तकनीक का इस्तेमाल करते हुए स्निको मीटर पर कुछ नहीं आने के बाद भी जायसवाल को आउट दे दिया गया। स्निको पर दिख रहा था कि गेंद और बल्ले से बीच शायद कोई सम्पर्क नहीं हुआ है। इसके बाद भी बांग्लादेश के थर्ड अंपायर ने जायसवाल को पवेलियन भेज दिया।
इस मामले में बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला की तरफ से प्रतिक्रिया आई है। एएनआई से बातचीत करते हुए राजीव शुक्ला ने कहा कि आज का फैसला काफी निराश करने वाला है लेकिन उम्मीद है कि हम सिडनी टेस्ट मैच में जीत दर्ज करेंगे।
Yashasvi Jaiswal के फैसले पर प्रतिक्रिया
जायसवाल को दिए गए फैसले पर उनका कहना था कि नॉट आउट होने पर भी उनको आउट दिया गया। आईसीसी की तकनीकी समिति को इसे देखते हुए कोई हल निकालना चाहिए। जब ग्राउंड अंपायर का निर्णय बदलने के ठोस सबूत नहीं है, तब फैसला बदला गया। अब हमें सिडनी टेस्ट की तरफ देखना पड़ेगा। एक या दो सीरीज से प्लेयर को जज नहीं करना चाहिए, उनके ओवरऑल प्रदर्शन को देखना चाहिए।
Yashasvi Jaiswal का मामला एक्स पर उठाया
शुक्ला ने जायसवाल का मामला अपने एक्स हैंडल पर भी उठाया और लिखा कि यशस्वी जायसवाल पूरी तरह से नॉट आउट थे। थर्ड अंपायर को यह देखना था कि तकनीक क्या कहती है। मैदानी अंपायर का फैसला बदलते समय तीसरे अंपायर के पास सॉलिड कारण होने चाहिए।
भारतीय टीम की WTC में स्थिति खराब
गौरतलब है कि टीम इंडिया को मेलबर्न टेस्ट के अंतिम दिन के आखिरी सेशन में हार का सामना करना पड़ा है। वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल की दौड़ में टीम इंडिया अब भी है लेकिन इसमें अब मुश्किल होने वाली है। यह राह कठिन हो चली है। सिडनी टेस्ट जीतने के बाद आगे की चीजें देखी जाएगी।