गया: बिहार के सतर्कता विभाग की टीम ने एक भ्रष्ट प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। इस घटना से सरकारी महकमे में हड़कंप मच गया है। गया जिले के फतेहपुर प्रखंड के बीडीओ राहुल रंजन कुमार को 70 हजार रुपये के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।
बिहार प्रशासनिक सेवा में आने के बाद राहुल रंजन को गया जिले में प्रशिक्षु अधिकारी के रूप में पदस्थापित किया गया। प्रशिक्षण के लिए उनका प्रारंभिक कार्यभार टनकुप्पा प्रखंड में था। मुख्यालय से मिले आदेश के बाद उन्होंने 2 जुलाई 2023 को फतेहपुर बीडीओ का पदभार ग्रहण किया।
गिरफ्तारी गया सदर अनुमंडल पदाधिकारी के कार्यालय परिसर में हुई। मिली जानकारी के मुताबिक राहिल रंजन कुमार फतेहपुर ब्लॉक के उप प्रमुख रणधीर प्रसाद उर्फ रणधीर यादव से रिश्वत मांग रहा था। पहले तो उसने सरकारी योजनाओं की ऑनलाइन प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए 2 लाख रुपए मांगे।
यह रकम ज़्यादा थी, डील होते-होते 70 हज़ार रुपए पर बात तय हो गई। इस मांग के बाद रंजीत कुमार ने मामले की शिकायत निगरानी विभाग से की। निगरानी जांच ब्यूरो के डीएसपी पवन कुमार ने बताया कि उप मुखिया की शिकायत के आधार पर रंजन की गिरफ्तारी की योजना बनाई गई थी। इसी रणनीति के तहत रंजन को रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया।
रंजन औरंगाबाद जिले के रहने वाले हैं और फरवरी में उनकी शादी होने वाली थी। दुर्भाग्य से, शादी से पहले ही रिश्वतखोरी के आरोप में उनकी गिरफ्तारी हो गई। दिलचस्प बात यह है कि उनकी मंगेतर ने हाल ही में दस दिन पहले ही सिविल सेवा परीक्षा पास की है।
सतर्कता विभाग राहुल रंजन को आगे की कार्रवाई के लिए पटना ले जाया गया है। यह घटना बिहार में सरकारी स्तर पर भ्रष्टाचार से निपटने के लिए चल रहे प्रयासों को रेखांकित करती है।