देहरादून। भाजपा ने गुटबाजी फैला रहे पूर्व मंत्री और दो विधायकों समेत पांच नेताओं को तलब कर उन्हें गुटबाजी से दूर रहने की हिदायत दी। महेंद्र भट्ट ने कहा कि संगठन में कोई नया व्यक्ति हो या पुराना सभी को सार्वजनिक बयानबाजी से बचते हुए पार्टी के नियमों का अनिवार्य रूप से पालन करना है।
सभी नेताओं को अनुशासन में रहकर अपनी जिम्मेदारियों का पालन करने को कहा गया है। भाजपा नेताओं की बयानबाजी को देखते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने रविवार को पूर्व कैबिनेट मंत्री दिनेश धनै, विधायक किशोर उपाध्याय, विधायक प्रमोद नैनवाल, दायित्वधारी कैलाश पंत और प्रदेश कार्यसमिति सदस्य खेम सिंह चौहान को तलब किया था।
रविवार को सभी प्रदेश कार्यालय में अलग अलग पेश हुए। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष ने सभी नेताओं से बातचीत कर उनकी बात सुनी और सार्वजनिक बयानबाजी न करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यदि पार्टी का कोई अंदरूनी विषय होता है तो पार्टी फोरम पर ही उसे रखा जा सकता है। बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में महेंद्र भट्ट ने बताया कि पार्टी के सभी नेताओं को अनुशासन में रहने को कहा गया है।
आमने-सामने बैठकर कराई सुलह प्रदेश अध्यक्ष ने सभी नेताओं के साथ अलग-अलग बैठक के बाद प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी ने दोनों पक्षों को आमने-सामने बैठाकर स्थिति स्पष्ट कराई। इस दौरान रानीखेत विधायक प्रमोद नैनवाल, दायित्वधारी कैलाश पंत, पूर्व कैबिनेट मंत्री दिनेश धनै, टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय और प्रदेश कार्यसमिति सदस्य खेम सिंह चौहान ने अपना-अपना पक्ष रखा।
नया हो या पुराना, नियमों का पालन जरूरी
महेंद्र भट्ट ने कहा कि संगठन में कोई नया व्यक्ति हो या पुराना सभी को सार्वजनिक बयानबाजी से बचते हुए पार्टी के नियमों का अनिवार्य रूप से पालन करना है। सभी पक्षों ने इस दौरान स्वीकार कि मुद्दे छोटे थे लेकिन गलतफहमी के कारण उन्हें ज्यादा तूल दिया गया।
लेकिन अब आमने-सामने चर्चा के बाद ये सभी विषय समाप्त हो गए हैं। महेंद्र भट्ट ने बताया कि सभी नेताओं ने विश्वास दिलाया कि भविष्य में इस तरह का कोई भी प्रकरण सामने नहीं आएगा।