नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के दौरान डाले गए वोट और मतगणना को लेकर एडीआर की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है। 538 संसदीय सीटों को लेकर रिपोर्ट में कई विसंगितयों को जिक्र किया गया है। भारतीय राजनीति और चुनाव प्रक्रिया पर नजर रखने वाले संगठन ‘एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) के संस्थापक प्रो. जगदीप छोकर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बड़ा खुलासा किया है। रिपोर्ट में दावा किया गया कि मतदान का अंतिम आंकड़ा जारी करने में अत्यधिक देरी, निर्वाचन क्षेत्र और मतदान केंद्रों के अलग-अलग आंकड़ों का अभाव और अंतिम मिलान किए गए आंकड़ों के आधार पर चुनाव परिणाम घोषित किए गए या नहीं, ये सब ऐसे कारक हैं जिनसे चुनाव परिणामों की सत्यता के बारे में आम लोगों में चिंता और संदेह पैदा हुआ है।
रिपोर्ट में क्या किया गया दावा?
एडीआर की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि लोकसभा की 362 सीटों पर जितनी वोटिंग हुई थी, मतगणना में उससे 5 लाख 54 हजार 598 वोट कम गिने गए हैं। वहीं 176 सीटें ऐसी हैं जहां कुछ वोटों से 35 हजार 93 वोट अधिक गिने गए हैं। रिपोर्ट में कहा गया कि 2019 के चुनाव में भी कई सीटों पर विसंगतियां सामने आई थीं। हालांकि तब केवल 347 सीटों पर ही ऐसा हुआ था। इस बार 538 सीटों पर विसंगतियां मिली हैं। प्रो. छोकर ने कहा कि
क्या चुनाव नतीजों पर पड़ा इसका असर?
रिपोर्ट में इस बात का जिक्र तो किया गया कि मतदान और मतगणना के दौरान वोट का अंतर देखने को मिला लेकिन एडीआर ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि डाले गए मतों की कुल संख्या और गिने गए मतों की संख्या में विसंगतियां होने से कितनी सीटों पर परिणाम अलग आए होंगे। रिपोर्ट में कहा गया कि 195 सीटों पर डाले गए मतों और गिने गए मतों में किसी तरह की विसंगतियां नहीं थी। 2019 में विसंगतियां 1 वोट (सबसे कम) से लेकर 1 लाख 1323 वोटों तक थीं, जो कुल वोटों का 10.49 प्रतिशत (सबसे अधिक) था।
किस राज्य की कितनी सीटों पर विसंगतियां
एडीआर रिपोर्ट में यूपी की 55 सीटों पर का जिक्र किया गया है। इसमें 53960 वोटों की गिनती कम हुई है। वहीं 25 सीटें ऐसी हैं जहां 6124 वोटों की गिनती अधिक की गई है। इसके अलावा दिल्ली की सभी 7 सीटों पर 8159 कम मतों की गिनती की गई है। वहीं उत्तराखंड की 5 सीटों पर 6315 कम मतों की गिनती की गई है। झारखंड की कुल 14 लोकसभा सीटों में से 12 सीटों पर 26342 कम मतों की गिनती की गई है। वहीं 2 सीटें ऐसी हैं जिन पर कुल मतों में से 393 वोटों की अधिक गिनती की गई है। इसके अलावा बिहार की कुल 40 सीटों में 21 सीटों पर कुल वोटों में से 5015 वोटों की अधिक गिनती की गई है। वहीं 19 सीटों पर कुल मतों से 9924 कम वोटों की गिनती की गई है।