नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) धुआंधार प्रचार करने में जुटी हुई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीजेपी के चुनाव प्रचार की कमान संभाले हुए हैं. इस बीच उन्होंने सोमवार को ओडिशा के ढेंकनाल में एक चुनावी सभा को संबोधित किया है, जहां उनके निशाने पर बीजू जनता दल (बीजेडी) रही है. पीएम मोदी ने बीजेडी पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया है. साथ ही साथ दावा किया है कि सूबे में इस बार डबल इंजन की सरकार आने जा रही है. दरअसल, ओडिशा में लोकसभा चुनाव के साथ-साथ विधानसभा चुनाव भी हो रहे हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि ओडिशा के गांव-गांव, गली-गली से एक ही आवाज आ रही है कि पहली बार डबल इंजन सरकार बनने जा रही है. ओडिशा के लोगों ने BJD सरकार पर 25 साल भरोसा किया है. आज पूरा ओडिशा ये आत्ममंथन कर रहा है कि इन वर्षों में ओडिशा के लोगों को क्या मिला? बीजेडी ने ओडिशा को कुछ नहीं दिया. किसान, युवा और आदिवासी अभी भी बेहतर जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं. आदिवासी क्षेत्र संसाधन-संपन्न हैं, फिर भी गरीबी से त्रस्त हैं. जिन लोगों ने ओडिशा को बर्बाद किया है उन्हें माफ नहीं किया जाना चाहिए.
बीजेडी के छोटे-छोटे नेता भी करोड़ों के मालिक- PM
उन्होंने कहा, ‘मैं ओडिशा में जब गरीबी देखता हूं, तो मेरे दिल में दर्द होता है कि इतना समृद्ध प्रदेश, इतनी महान विरासत वाले मेरे ओडिशा को किसने तबाह और बर्बाद कर दिया? इसकी वजह है BJD सरकार, जो पूरी तरह भ्रष्टाचारियों के कब्जे में है. मुठ्ठी भर भ्रष्टाचारी मुख्यमंत्री आवास और कार्यालय पर कब्जा करके बैठ गए हैं. बीजेडी के छोटे-छोटे नेता भी करोड़ों के मालिक बन गए हैं.’
प्रधानमंत्री ने कहा कि बीजेडी के राज में न तो ओडिशा की संपदा सुरक्षित है और न ही ओडिशा की सांस्कृतिक धरोहर सुरक्षित है. बीजेडी सरकार में जगन्नाथ जी का मंदिर भी सुरक्षित नहीं बचा है. पिछले 6 साल से श्री रत्न भंडार की चाबी का भी अता-पता नहीं है. इसके पीछे का बहुत बड़ा राज सूबे की सरकार और मुख्यमंत्री के करीबी लोग छिपा रहे हैं. पूरा ओडिशा जानना चाहता है कि जो जांच हुई थी, उसकी रिपोर्ट में ऐसा क्या है कि बीजेडी ने वो रिपोर्ट ही दबा दी?
‘ओडिशा में 10 जून को बीजेपी सरकार का होगा शपथ ग्रहण’
उन्होंने कहा कि बीजेपी ओडिशा के बेटे या बेटी को ही यहां का मुख्यमंत्री बनाएगी. 10 जून को ओडिशा में बीजेपी की डबल इंजन सरकार का शपथ ग्रहण कार्यक्रम होगा क्योंकि, इस BJD सरकार का जाना तय है. 21वीं सदी के ओडिशा को विकास की रफ्तार चाहिए. वो बीजेडी सरकार किसी भी हालत में नहीं दे सकती. अब समय आ गया है कि बीजेडी की ढीली-ढाली नीतियों, ढीला-ढाले काम और धीमी रफ्तार को छोड़कर बीजेपी की तेज रफ्तार सरकार चुनें.